उत्तराखंड के उत्तरकाशी सिलक्यारा सुरंग से 41 फंसे मजदूरों को निकलने की उम्मीद लगाई जा रही है। अच्छी बात यह है कि 55.3 मीटर पाइप डाले जा चुके हैं और 57 मीटर तक पाइप डालना है।विशेषज्ञों का मानना है कि सिलक्यारा सुरंग में फंसे 41 मजदूरों को आज दोपहर से शाम तक सुरक्षित बाहर निकाला जा सकता है। पीएम नरेंद्र मोदी ने सीएम पुष्कर सिंह धामी को फोन लगाया और टनल में फंसे मजदूरों के बारे में जायजा भी लिया।
घटना को हुए हो गए हैं 17 दिन
इस घटना को हुए आज 17 दिन हो गए हैं. चारों धामों के यात्रा को जोड़ने वाली इस निर्माणाधीन टनल पर यह हादसा 12 नवंबर को हुआ था. इसके बाद से मजदूरों को सुरंग से सुरक्षित निकालने के लगातार प्रयास किए जा रहे हैं।
इसी कड़ी में मजदूरों को बाहर निकालने के लिए अमेरिकी ऑगर मशीन से खुदाई का कार्य किया जा रहा था, लेकिन 48 मीटर की खुदाई के बाद यह मशीन मलबे में फंस गई थी। इसके बाद अधिकारियों की ओर से मैन्युअल ड्रिलिंग कराने का फैसला लिया गया। फिर रैट माइनर्स हॉरिजेंटल ड्रिलिंग के काम में लगे गए ये अंदर जाकर खुदाई कार्य कर रहे हैं।
सिल्कयारा रेस्क्यू ऑपरेशन का आखिरी दिन
इनके साथ गैस कटर भी मौजूद है। इस गैस कटर की मदद से मलबे में लोहे के गार्डर जैसे सामान मिलने पर उन्हें आसानी से काट कर निकाला जा सकता है। सूत्रों के हवाले से खबर आ रही है कि आज रेस्क्यू ऑपरेशन का आखिरी दिन है। अंतत: आज मजदूरों को टनल से सुरक्षित निकालने की पूरी जुगत लगाई जा रही है।
उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी निरीक्षण के लिए सिलक्यारा सुरंग के पास पहुंचे। उन्होंने कहा कि मजूदरों को निकालने का प्रयास लगातार जारी है। हम उन्हें बहुत जल्द टनल से निकाल लेंगे।
मौके पर पुष्कर सिंह धामी ने बताया कि लगभग 52 मीटर भीतर पाइप जा चुका है। टनल के भीतर कुल 57 मीटर तक पाइप धकेलना है। पहले ड्रिलिंग के दौरान स्टील वगैरह मिल रहा था, लेकिन अब यह कम हो चुका है। अब सीमेंट का कंक्रीट मिल रहा है, जिसे कटर की मदद से काटा जा रहा है।
रिपोर्ट्स की मानें, तो टनल में 55.3 मीटर पाइप डाले जा चुके हैं. इसकी कुल 57-59 मीटर की दूरी है। अनुमान लगाया जा रहा है कि अभी इसमें कुछ घंटे और लग सकते हैं। ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि आज शाम तक रेस्क्यू आपरेशन पूरा हो जाएगा और मजदूरों को बाहर निकाल लिया जाएगा।
टनल में फंसे मजदूरों के परिजनों को गर्म कपड़े लेकर टनल के पास पहुंचने को कहा गया है. रेस्क्यू के बाद इन्हें अस्पताल ले जाया जाएगा. लिहाजा अस्पताल के बाहर सुरक्षा व्यवस्था तेज हो गई है
माइक्रो टनलिंग विशेषज्ञ क्रिस कूपर के हवाले से एक बड़ी खबर आई है। उन्होंने बताया कि अभी भी खुदाई का काम जारी है। कुछ और मीटर की खुदाई बाकी रह गई है। हमें उम्मीद है कि हमें 5 बजे तक नतीजे मिल सकते हैं। अब सिर्फ 2-3 मीटर की खुदाई बाकी रह गई है।
आज उत्तरकाशी सिलक्यारा सुरंग में रेस्क्यू ऑपरेशन का आखिरी दिन है। ग्रामीण क्षेत्र की महिलाएं भी टनल पर आकर के प्रार्थना कर रही है कि जल्द से जल्द 41 मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया जाए।
इस वक्त सबसे बड़ी खबर सामने यह आ रही है कि टनल में 54 मीटर तक पाइप डाले जा चुके हैं. अब रैट माइनर्स मजदूरों से महज 3 मीटर दूर हैं. ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि मजदूरों को किसी भी वक्त रेस्क्यू किया जा सकता है।
टनल से रेस्क्यू करने के बाद मजदूरों को उत्तरकाशी के चिन्यालीसौड़ अस्पताल में लाया जाएगा. रिपोर्स्ट्स की मानें, तो अस्पताल में हलचल तेज हो गई है। ITBP और उत्तराखंड पुलिस की कई टीमें अस्पताल के बाहर तैनात कर दी गई
टनल के बाहर मौसम का मिजाज बदल गया है। हल्की सी बूंदाबांदी शुरू हो गई है। इस हल्की बारिश की वजह से तापमान में गिरावट आ गई है।