अप्रैल का महीना था, साल 1997 चल रहा था. एक वक्त पर इंदिरा गांधी के खासमखास नेता और मंत्री रह चुके इंद्र कुमार गुजराल अब संयुक्त मोर्चा गठबंधन का हिस्सा थे। उसी समय कांग्रेस ने HD देवगौड़ा सरकार गिराने की पूरी तैयारी कर ली थी।देवेगौड़ा पहले से जानते थे कि उनकी सरकार ज़्यादा दिन चलेगी नहीं। इसी वजह से वो सिर्फ एक सूटकेस में कुछ कपड़े लेकर दिल्ली आए थे। अब संयुक्त मोर्चा गठबंधन के अंदर सालभर में ही फिर से प्रधानमंत्री के लिए रेस शुरू हो चुकी थी और इस रेस में सबसे आगे निकले इंद्र कुमार गुजराल जो इस फैसले से बेखबर थे और अपने घर पर चैन की नींद सो रहे थे। उसी समय संयुक्त मोर्चा के कुछ नेता उनके घर पहुंचे। उनके कमरे में गए उन्हे नींद से जगाया और बोले उठिए जनाब आपको भारत का प्रधानमंत्री बनना है।