कहते हैं हमारे देश में आज़ादी की सबसे पहली लड़ाई 1857 में लड़ी गई थी… जिसके नायक महान स्वतंत्रता सेनानी मंगल पांडे थे. हमें बचपन से किस्से किताबों में यही पढ़ाया गया है. लेकिन सच तो ये है कि अंग्रेज़ों के खिलाफ बगावत की चिंगारी 1857 से दो साल पहले 30 जून 1855 में मगनाडी के चार भाइयों ने फूंकी थी जिन्होने सबसे पहले कहा था कि हम किसी के गुलाम नहीं हैं और हम अपनी आज़ादी लेकर ही रहेंगे. उन चारों भाइयों ने सबसे पहले आदिवासियों के हक की लड़ाई लड़ी और अंग्रेज़ों का विद्रोह करते हुए मारे गए. लेकिन उनकी कुर्बानी ज़ाया नहीं गई और करीब 166 साल के बाद आधिवासियों को उनका अधिकार और उनका अपना राज्य झारखंड मिला.