इस कहानी के सबसे मुख्य किरदार हैं बिहारी बाबू नीतीश कुमार (Nitish Kumar) जो कहते थे – मिट्टी में मिल जाऊंगा, लेकिन कभी उनके साथ नहीं जाऊंगा. उनके मतलब मोदी सरकार (Modi Government) के साथ. वहीं दूसरे मुख्य किरदार हैं बिहार बीजेपी के अध्यक्ष (Bihar BJP President) रहे सम्राट चौधरी (Samrat Chaudhary) जिन्होने कसम खाई थी – उनको कुर्सी से उतार कर ही मुरेठा खोलूंगा, लेकिन कभी भी फ्लां कुमार के साथ नहीं जाऊंगा… फलां मतलब समझ गए होंगे आप… लेकिन देखिए… जनता के सामने मंच पर इतनी बड़ी कसमें वादे करके ये राजनेता खुद मुकर गए. आज नीतीश कुमार मोदी सरकार के साथ भी चले गए और सम्राट चौधरी का मुरेठा भी खुल गया.