Kalpana Soren: झारखंड (Jharkhand) में इस बार सियासत वाली लड़ाई सीधे साख से जुड़ी थी.ऐसा इसलिए क्योंकि लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election) से कुछ पहले ही प्रदेश के मुखिया हेमंत सोरेन (Hemant Soren) जमीन घोटाले के आरोप में जेल जा चुके थे.ऐसे में पार्टी की सभी जिम्मेदारियां थी. मुखिया के जेल के बाद कल्पना सोरेन (Kalpana Soren) झारखंड मुक्ति मोर्चा (Jharkhand Mukti Morcha) की डूबती नैया को पार लगाने आ गई.बेहद कम समय में हेमंत सोरेन की सियासी बागडोर के संभालने उतरीं कल्पना सोरेन ने बड़ी ही संजीदगी से न सिर्फ राजनीतिक विरोधियों को पटखनी दी.बल्कि अपनी जीत सेहरा भी अपने सिर पर सजाया.