एक जमाना था जब बाहुबल के बिना राजनीति करना और सत्ता में आना नामुमकिन सा था…. लेकिन दौर बदला और वक्त के साथ चुनावी समीकरण भी बदलते चले गए….वहीं कुछ दल जो बाहुबल के नाम पर सरकारें बनाते थे, वे दल भी खुद को उनसे अलग करते दिखे….वहीं कुछ दल ऐसे भी आए जिन्होंने अपना चुनावी एजेंडा ही माफियाओं के खिलाफ कारवाई पर रखा… ऐसे में एक बार फिर चुनाव जारी है…और यूपी के दो बाहुबलियों ने लोकसभा चुनाव को लेकर अपना स्टैंड क्लियर कर दिया है….धनंजय सिंह ने बीजेपी के समर्थन का ऐलान कर दिया है तो वहीं राजा भैया ने कहा है कि हम किसी पार्टी का समर्थन नहीं करेंगे…..अपने-अपने इलाके की सियासत में मजबूत प्रभाव रखने वाले यूपी के इन दो बाहुबलियों के रुख के बाद चर्चा यूपी-बिहार की सियासत में सक्रिय रहे या मजबूत दखल रखने वाले दूसरे बाहुबलियों की भी होने लगी है…धनंजय बीजेपी के सपोर्ट में आ गए हैं…लेकिन राजा भैया न्यूट्रल हो गए हैं….. ऐसे में बात इसे लेकर भी हो रही है कि यूपी-बिहार का कौन बाहुबली किस खेमे में है?