World Blood Donor Day 2024: रक्तदान को हमेशा महादान की श्रेणी में रखा गया है। ऐसा माना जाता है कि अगर आपके रक्तदान से किसी की जान बच जाती है तो हमें मानवता के तौर पर रक्तदान करना चाहिए। विश्व रक्तदाता दिवस 14 जून को मनाया जाता है। यह दिन रक्तदान के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने और स्वास्थ्य सेवा उद्योग के लिए स्वस्थ रक्त की निरंतर आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए समर्पित है। रक्तदान करने को लेकर बहुत सी संस्थाएं भी चल रही हैं जो लोगों को रक्तदान करने को लेकर जागरुक कर रहे हैं और किसी भी मरीज को अगर रक्त की जरुरत पड़ती है तो वह उनके लिए रक्त की व्यवस्था करते हैं।
ये कर सकते हैं रक्तदान
जो लोग स्वस्थ हैं, जिसे कोई भी गंभीर समस्या नहीं है और उम्र 50 वर्ष से कम है, वे नियमित रूप से रक्तदान कर सकते हैं। ब्लड थिनर लेने वाले, कभी पीलिया से ग्रस्त, खासकर हेपेटाइटिस बी या सी या फिर एनीमिया से ग्रस्त रह चुके लोगों को रक्तदान से बचना चाहिए।
रक्तदान से पहले इन बातों का रखे ध्यान
- खाली पेट रक्तदान नहीं करना चाहिए।
- रक्तदान करने के बाद सेहत पूर्ण आहार लेना चाहिए।
- रक्तदान करते समय डरना नहीं चाहिए, रक्तदान करने से हमारे शरीर को कोई समस्या नहीं होती है।
विश्व रक्तदाता दिवस 2024 की थीम
विश्व रक्तदाता दिवस 2024 का विषय है ” दान का जश्न मनाने के 20 वर्ष: रक्तदाताओं को धन्यवाद!”
विश्व रक्तदाता दिवस का इतिहास
रक्तदान का इतिहास 19वीं सदी की शुरुआत से शुरू होता है। 1940 में, रिचर्ड लोअर नामक एक वैज्ञानिक ने दो कुत्तों के बीच सफलतापूर्वक रक्त चढ़ाया, जिसका कोई खास बुरा प्रभाव नहीं पड़ा। इस सफलता ने आधुनिक रक्तदान तकनीकों को विकसित करना संभव बना दिया और स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में रक्तदान को एक नियमित प्रक्रिया बना दिया। वर्ष 2005 में विश्व स्वास्थ्य सभा ने सर्वसम्मति से 14 जून को विश्व रक्तदाता दिवस घोषित किया था। इस दिन की स्थापना सुरक्षित रक्तदान के महत्व पर जोर देने और स्वास्थ्य सेवा उद्योग के लिए रक्त की स्थिर आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए की गई थी।
रक्तदान का महत्व
रक्तदान का बेहद ही महत्व है। रक्तदान कर लोगों की जान बचाई जा सकती है। विश्व रक्तदाता दिवस रक्तदान के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए एक अत्यंत महत्वपूर्ण दिन है। यह दुनिया भर के समुदायों के स्वास्थ्य और कल्याण को बनाए रखने में रक्तदाताओं की महत्वपूर्ण भूमिका की याद दिलाता है। यदि आप स्वस्थ हैं, तो आप रक्तदान कर सकते हैं। लोगों के अंदर रक्तदान को लेकर बहुत सारी गलत धारणाएं है, उन्हीं गलत धारणाओं को दूर करने के लिए इस दिन लोगों को जागरुक किया जाता है।