सूत्रों से ऐसी खबर आ रही थी कि उड़ीसा में भारतीय जनता पार्टी और भाजपा गठबंधन में चुनाव लड़ेंगे लेकिन आप फिलहाल ऐसा नजर नहीं आ रहा है। सूत्रों के मुताबिक उड़ीसा में सट्टा रोड बिजात और विपक्षी भाजपा के बीच गठबंधन की बातचीत को लेकर कई सारी बाधए आ रही हैं। सीट बंटवारे पर दोनों पार्टियों एक साथ सहमत नहीं बन पा रही हैं। सीट बंटवारे को लेकर दोनों पार्टियों के बीच मतभेद साफ तौर पर नजर आ रहा हैं। भाजपा खेमे के सूत्रों की तरफ से दावा किया गया है कि भाजपा ने 147 सदस्य ओडिशा विधानसभा में 100 से अधिक सीटों पर चुनाव लड़ने की मांग की है लेकिन भाजपा को यह मंजूर नहीं है।
हाल ही में भारतीय जनता पार्टी और बीजेड़ी के बीच हुई बातचीत का कोई नतीजा नहीं निकल पाया है। उड़ीसा में भारतीय जनता पार्टी जल्द ही 147 विधानसभाओं और 21 लोकसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार उतार सकती है। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मनमोहन सामल ने कहा कि गठबंधन पर कोई बातचीत नहीं हुई और भाजपा अकेले ही चुनाव लड़ेगी। पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं के साथ शुक्रवार शाम को राष्ट्रीय राजधानी से वह भुवनेश्वर लौट रहे थे।
इसी दौरान मीडिया से बात करते हुए मनमोहन सामल ने कहा कि हम राज्य में लोकसभा और विधानसभा चुनाव के लिए अपनी तैयारी पर केंद्रीय नेताओं के साथ चर्चा करने के लिए दिल्ली गए थे। बैठक के दौरान किसी भी पार्टी के साथ गठबंधन या सीट बंटवारे पर कोई बातचीत नहीं हुई। इसके अलावा सामल ने यह भी दावा किया कि भारतीय जनता पार्टी लोकसभा और विधानसभा के चुनाव अकेले लड़ने और जीत को लेकर आश्वस्त है। भाजपा दोनों चुनाव अपने बल पर लड़ेगी।
इस मुद्दे पर भले ही भारतीय जनता पार्टी खुलकर बोल रही हो लेकिन बीजेपी की तरफ से चुप्पी साद ली गई है। बीजद नेता सी के पांडियन और प्रकाश दास जो भुवनेश्वर से लौट रहे थे। उन्होंने इस पूरे मामले पर बोलने से इनकार कर दिया।