यूपी सरकार ने शनिवार को यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा रद्द करने का निर्देश दिया। परीक्षा भर्ती रद्द करने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि उनकी सरकार आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगी। सीएम ने कहा कि आरोपियों को हम न घर का छोड़ेंगे, ना घाट का। आरोपियों पर कार्रवाई ऐसी होगी कि यह एक मिसाल बन जाएगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर पुलिस और एसटीएफ ने प्रदेश के विभिन्न जिलों में छापेमारी कर 391 आरोपियों को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने इनके खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया है। इसके साथ ही बड़ी संख्या में संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है। पुलिस और एसटीएफ ने कार्रवाई के दौरान आरोपियों के पास से बड़ी मात्रा में कूट रचित दस्तावेज (आधार कार्ड, प्रवेश पत्र), अंगुल छाप पेपर, पासबुक, चेकबुक, स्टाम्प, स्याही पैड, सिलिकॉन पट्टी समेत नकदी बरामद की है। इसके साथ ही मोबाइल फोन, फर्जी आंसर की, नकल पर्ची, मूल अंकपत्र, ब्लूटूथ, इलेक्ट्रानिक डिवाइस, वाकी टाकी आदि बरामद किया है।
पुलिस कार्रवाई में उत्तर प्रदेश के साथ हरियाणा, बिहार और दिल्ली के आरोपी दबोचे गये है। वहीं, पुलिस और एसटीएफ की राडार पर कई और गिरोह हैं। जिन पर निगरानी की जा रही है। पुलिस की मानें तो अगले एक-दो दिन में और गिरफ्तारी हो सकती है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बड़ा फैसला लेते हुए नागरिक पुलिस में सिपाही के 60,244 पदों के लिए हुई परीक्षा को रद्द कर दिया है। 06 महीने में यह परीक्षा दोबारा कराई जाएगी। इसके साथ ही नि:शुल्क परिवहन की सुविधा भी दी जाएगी।