गोरखपुर पुलिस ने घोषित किया कि एक लाख रुपये के इनामी गैंगस्टर विनोद उपाध्याय की शुक्रवार को सुल्तानपुर में एसटीएफ के साथ मुठभेड़ के बाद इलाज के दौरान मौत हो गई।
गैंगस्टर विनोद उपाध्याय पुत्र रामकुमार उपाध्याय निवासी मयाबाजार थाना महराजगंज अयोध्या अपराध की दुनिया का बड़ा नाम था और उत्तर प्रदेश के टॉप 61 माफियाओं की सूची में शामिल था। गैंगस्टर विनोद उपाध्याय के खिलाफ कई अपहरण और हत्या के मामले थे। सुल्तानपुर के देहात कोतवाली क्षेत्र में एसटीएफ मुख्यालय के पुलिस उपाधीक्षक दीपक कुमार सिंह के नेतृत्व में एक टीम द्वारा मुठभेड़ में गंभीर रूप से घायल हो गया। इससे पहले एडीजी जोन गोरखपुर ने विनोद कुमार उपाध्याय पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया था।
गुरुवार की रात कोतवाली थाना क्षेत्र में अपराधी विनोद उपाध्याय और एसटीएफ के बीच मुठभेड़ हो गई। मुठभेड़ सुबह करीब 3:30 बजे जिला सुल्तानपुर में हुई, जिसमें गोली लगने से विनोद उपाध्याय गंभीर रूप से घायल हो गया। गैंगस्टर को इलाज के लिए सुल्तानपुर के मेडिकल कॉलेज लाया गया जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
विनोद उपाध्याय के खिलाफ लखनऊ, गोरखपुर, संत कबीर नगर और बस्ती समेत पूरे उत्तर प्रदेश के जिलों के विभिन्न पुलिस स्टेशनों में अपहरण, फिरौती और हत्या के 35 मामले दर्ज थे।