एक जवान को ऑनलाइन ट्रेडिंग में लाखों का नुकसान होने पर उसने अपनी ही मौत की साजिश रची थी, जिसका खुलासा पुलिस ने किया। जवान ने अपनी पत्नी और भाई के साथ मिलकर एक मजदूर की हत्या कर दी थी। मजदूर की हत्या के बाद उसके शव को गाड़ी में रखकर जला दिया था, जिससे यह लग की हादसे में जवान की मौत हो गई है।
सेना के जवान की एक सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी। बताया जा रहा है कि जवान विकास भास्कर राजस्थान के झुंझनू जिले के कंवरपुरा गांव का मूल निवासी था। जवान की 24 मार्च को झुंझुनू जिले के डूंडलोद शहर में एक कार में आग लगने से मौत हो गई थी। कार में मिला शव उसी जवान का बताया जा रहा था और जवान के परिजनों ने उसका अंतिम संस्कार भी कर दिया था।
अंतिम संस्कार के कुछ ही घंटे बाद जवान वापस घर आ गया। इसकी जानकारी पुलिस को लगी तो पुलिस ने कहा कि रहस्यमयी तरीके से वापस आ गया। लेकिन, जवान जल्द ही बीमार भी हो गया और उसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। इलाज के दौरान जवान की मौत हो गई।
झुंझुनू के एसपी राज ऋषि वर्मा ने कहा कि हमें जानकारी मिली थी कि एक सड़क हादसे में एक जवान की मौत हो गई थी। लेकिन, जांच करने के बाद पता चला कि जवान ने अपनी मौत की साजिश रची थी। जांच में पता चला कि सिपाही भास्कर श्रीनगर में तैनात था और उसे ऑनलाइन ट्रेडिंग में 15 लाख रुपये का आर्थिक नुकसान हुआ था। घाटे की भरपाई के लिए उसने एक बीमा पॉलिसी खरीदी और अपने चचेरे भाई रमेश उर्फ सोनू की मदद से अपनी मौत की योजना बनाई। पुलिस सूत्रों ने बताया कि दोनों ने भास्कर की कार में उसके खेतिहर मजदूर महेश मेघवाल के शव को रखकर आग लगाने का फैसला किया।
जवान ने अपनी मौत को फर्जी बनाने के लिए अपने खेत में काम कर रहे मजदूर महेश मेघवाल की हत्या कर दी थी। हालांकि, एसपी ने कहा, यह अभी भी स्पष्ट नहीं है कि क्या जवान की जली हुई कार में मिले व्यक्ति की हत्या उसी ने की थी। उसने अपनी मौत का नाटक क्यों रचा, इसकी भी जांच चल रही है। पूछताछ से पहले ही सोमवार को जवान की मौत हो गई। अभी यह पता लगाना बाकी है कि क्या जवान की कार में मिली लाश उसके मजदूर महेश मेघवाल की थी, जो लापता है।