भाजपा ने नीतीश को अपनी ओर कर बिहार की राजनीति में जो खलबली मचायी थी वो आग अभी ठंडी भी नहीं हुई थी कि पंजाब का चंडीगढ़ के चुनाव ने राजनीति के हवन में घी का काम कर गया है। मेयर चुनाव में भाजपा की जीत ने दिल्ली के मुख्यमंत्री की नींद हराम कर दी है। क्योंकि इस चुनाव में AAP-कांग्रेस के गठबंधन की जीत अमूमन तय मानी जा रही थी। लेकिन भाजपा ने इस बाजी को पलट कर रख दिया।
चंडीगढ़ मेयर चुनाव के लिए अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस के साथ हाथ मिलाया था। इंडिया गठबंधन के तहत दोनों पार्टियों ने बिना किसी विवाद के इस चुनाव में हिस्सा लिया। चुनाव के बाद जब वोटों की गिनती हुई तो आप-कांग्रेस के होश उड़ गए। भाजपा के मेयर उम्मीदवार मनोज सोनकर के खाते में 16 वोट ही हासिल हुए। वहीं, कांग्रेस समर्थित आम आदमी पार्टी के कुलदीप कुमार को 12 वोट मिले। भाजपा के जीतते ही आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने धोखाधड़ी का आरोप भाजपा पर जड़ दिया।
गुस्से में बौखलाई आप ने भाजपा पर धांधली के आरोप लगाए हैं। पंजाब के मुख्यंत्री भगवंत सिंह मान ने भाजपा की जीत को लोकतंत्र के इतिहास का काला दिन तक कह दिया। उन्होंने कहा कि देश के लोकतंत्र के साथ खिलवाड़ हुआ है। मान से पहले आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा था कि दिनदहाड़े बेइमानी की गई है। राघव चड्ढा ने कहा कि जीत के लिए भाजपा ने धांधली की हद पार कर दी।
8 वोटों के कारण हार जीत ने सियासी गहमागहमी तेज कर दी है। आम आदमी पार्टी के आरोपों में कितनी सच्चाई है इसका कनेक्शन 8 वोटों से है। इस चुनाव में 8 वोट अवैध घोषित किए गए हैं। ये 8 वोट अवैध नहीं घोषित किए गए होते तो नतीजे की तस्वीर अलग हो सकती थी। राघव चड्ढा ने स्पष्ट आरोप लगाया है कि 8 वोट अवैध घोषित करना, भाजपा की सोची-समझी साजिश है।
चंडीगढ़ मेयर चुनाव की नतीजे पर भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि ‘इंडिया’ ब्लॉक के उम्मीदवार की हार से स्पष्ट है कि न तो उनका अंकगणित काम कर रहा है और न ही उनकी केमिस्ट्री। पीएम मोदी के नेतृत्व में केंद्र शासित प्रदेशों में “रिकॉर्ड विकास” हुआ है। इंडिया गठबंधन अपनी पहली चुनावी लड़ाई में ही भाजपा से हार गया।
भाजपा एक एक कर अपने शातिर दांव चलती है और विरोधी चित होते जा रहे हैं।