प्रवर्तन निदेशालय 9 जनवरी को जोगेश्वरी में एक होटल के निर्माण में भूमि उपयोग की शर्तों में कथित हेरफेर के लिए उद्धव गुट के नेता और विधायक रवींद्र वायकर और उनके सहयोगियों से जुड़े 7 स्थानों पर छापेमारी कर रहा है। 64 वर्षीय वायकर महाराष्ट्र विधानसभा में जोगेश्वरी पूर्व निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं।
ईडी का मनी लॉन्ड्रिंग मामला मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) की एफआईआर से उपजा है, जिसमें विधायक पर एक बगीचे के लिए आरक्षित भूखंड पर पांच सितारा होटल के निर्माण के लिए अवैध रूप से मंजूरी प्राप्त करने का आरोप लगाया गया है। आरोप है कि इस डील से बीएमसी को भारी नुकसान हुआ।
किरीट सोमैया ने रवींद्र वायकर पर ईडी की कार्रवाई का स्वागत किया। एक्स को लेते हुए उन्होंने लिखा “सीएम उद्धव ठाकरे ने जुलाई 2021 में बीएमसी आरक्षित प्ले ग्राउंड पर जोगेश्वरी में 2 लाख वर्ग फुट 5 सितारा होटल के लिए अवैध अनुमति दी थी। वाईकर पार्टनर चंदू पटेल ₹ 160 करोड़ के पुष्पक बुलियन नोटबंदी घोटाले में शामिल थे।”
इस बीच ईडी ने आज रेलवे में नौकरी के लिए जमीन से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में अपना पहला आरोप पत्र भी दाखिल किया, जिसमें बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और उनकी सांसद बेटी मीसा भारती सहित अन्य को नामित किया गया है।
राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव की एक और बेटी हेमा यादव (40), यादव परिवार के कथित “करीबी सहयोगी” अमित कत्याल (49), रेलवे कर्मचारी और कथित लाभार्थी हृदयानंद चौधरी, दो कंपनियां एके इंफोसिस्टम्स प्राइवेट। लिमिटेड और एबी एक्सपोर्ट्स प्रा. लिमिटेड, उनके सामान्य निदेशक शारिकुल बारी के माध्यम से भी आरोप पत्र में नामित किया गया है।
अन्य आधिकारिक सूत्रों ने पीटीआई को यह भी बताया कि ईडी ने आप विधायक अमानतुल्ला खान की अध्यक्षता के दौरान दिल्ली वक्फ बोर्ड के कर्मचारियों की भर्ती और संपत्तियों को पट्टे पर देने में कथित अनियमितताओं से जुड़ी मनी लॉन्ड्रिंग जांच में आरोप पत्र दायर किया है।