हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा से ED ने बुधवार को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूछताछ की है। ED ने हरियाणा के पूर्व सीएम और 21 अन्य लोगों को जोड़ने वाले पंचकुला औद्योगिक प्लॉट आवंटन घोटाले में धन शोधन निवारण अधिनियम, 2002 (पीएमएलए) के तहत फरवरी 2021 में अभियोजन शिकायत दर्ज की थी।
ED के मुताबिक यह मामला साल 2013 में हरियाणा के तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा के परिचितों को कथित तौर पर 30.34 करोड़ रुपये के 14 औद्योगिक भूखंडों के आवंटन से जुड़ा है। यह सर्कल दर से 4-5 गुना कम और बाजार दर से 7-8 गुना कम है।
ED के 2021 में दिए गए बयान के अनुसार भूपिंदर सिंह हुड्डा के अलावा, 4 सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी, धर्म पाल सिंह नागल (तत्कालीन मुख्य प्रशासक, हुडा), सुरजीत सिंह (तत्कालीन प्रशासक, हुडा), सुभाष चंद्र कंसल ( तत्कालीन मुख्य वित्त नियंत्रक, हुडा) नरेंद्र कुमार सोलंकी (तत्कालीन क्षेत्रीय प्रशासक, फरीदाबाद जोन, हुडा), भारत भूषण तनेजा (तत्कालीन अधीक्षक, हुडा) और अन्य हुडा अधिकारीमनी लॉन्ड्रिंग के अपराध में शामिल हैं।
ED के अनुसार विषय आवंटन के लिए निर्धारित मूल्य सर्कल रेट से 4-5 गुना कम और बाजार दर से 7-8 गुना कम रखा गया था। सभी 14 औद्योगिक भूखंड अगस्त 2019 में ED द्वारा पीएमएलए, 2002 के प्रावधानों के अनुसार संलग्न किए गए थे और फरवरी 2020 में पीएमएलए निर्णय प्राधिकरण द्वारा कुर्की की पुष्टि की गई थी।