भारत और वियतनाम के बीच सांस्कृतिक और आर्थिक सम्बन्ध 2,000 साल से भी पुराने हैं। वर्तमान समय में भारत और वियतनाम के बीच गहरा संबध है और आपसी राजनैतिक महत्व के अनेक क्षेत्रों को समेटे हुए है।
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने नोबेल पुरस्कार से सम्मानित लेखक-कवि रवींद्रनाथ टैगोर की प्रतिमा का वियतनाम के बाक निन्ह शहर में 15 अक्टूबर को उद्घाटन किया।
एस. जयशंकर ने कहा कि भारत और वियतनाम के बीच गहरे ऐतिहासिक संबंध लगभग दो हजार साल पुराने हैं, जो बौद्ध धर्म की विरासत से जुड़े हैं। जयशंकर ने टैगोर की प्रतिमा स्थापित करने में मदद करने के लिए हनोई के पूर्व में स्थित बाक निन्ह प्रांत के नेतृत्व के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा बाक निन्ह प्रांत भी इसी प्राचीन परंपरा का हिस्सा है। ऐतिहासिक अभिलेख इस बात की पुष्टि करते हैं कि भारतीय बौद्ध भिक्षुओं ने वियतनाम में बौद्ध धर्म की शुरुआत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।”
उन्होंने उद्घाटन समारोह में कहा, “आज एक असाधारण भारतीय व्यक्तित्व गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर के सम्मान में एक और उल्लेखनीय स्मारक की स्थापना की गई है। टैगोर एक प्रसिद्ध चित्रकार, शिक्षक, मानवतावादी, संगीतकार और एक बहुत ही गहन विचारक थे।”
जयशंकर ने कहा कि उन्हें ये जानकर खुशी हुई कि टैगोर के कार्यों को पूरे वियतनाम में व्यापक रूप से पहचाना, पढ़ा और सराहा जाता है और उन्हें वियतनामी पाठ्यपुस्तकों में शामिल किया गया है। विदेश मंत्री चार दिन की आधिकारिक यात्रा पर वियतनाम आए हैं। उन्होंने कहा, “ये जानकर वाकई खुशी हुई कि टैगोर की गीतांजलि का वियतनामी में अनुवाद किया गया और इसे 2001 में प्रकाशित किया गया। ऐतिहासिक रिकॉर्ड बताते हैं कि टैगोर ने 1929 में हो ची मिन्ह सिटी की तीन दिवसीय यात्रा की थी, जिसका वियतनाम पर एक स्थायी बौद्धिक और सामाजिक-सांस्कृतिक प्रभाव पड़ा।”
उन्होंने कहा कि कविता संग्रह ‘गीतांजलि’ टैगोर की सबसे प्रसिद्ध कृति है, जो 1910 में भारत में प्रकाशित हुई थी। टैगोर को इसके अंग्रेजी अनुवाद ‘सॉन्ग ऑफरिंग्स’ के लिए साहित्य के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था और वो 1913 में ये सम्मान पाने वाले पहले गैर-यूरोपीय बने थे।
जयशंकर ने कहा कि उन्हें ये जानकर खुशी हुई कि वियतनाम ने 1982 में टैगोर के सम्मान में एक डाक टिकट जारी किया था।
जयशंकर रविवार (15 अक्टूबर) को वियतनाम पहुंचे थे। वियतनाम से वे 19 से 20 अक्टूबर तक सिंगापुर की यात्रा पर जाएंगे।