राजस्थान विधानसा चुनाव में इस बार पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को लेकर सियासी बहस छिड़ी हुई है। उम्मीदवारों की पहली लिस्ट में वसुंधरा राजे के नाम का ऐलान न होने पर कयास लगाए जा रहे थे कि इस बार राज्य में भाजपा नए चेहरे के साथ चुनावी मैदान में उतरेगी। अब जब उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट में वसुंधरा राजे के नाम की घोषणा हो गई है तो लोग यह जानना चाहते हैं कि राजे के करीबियों को तरजीह दी गई है या नहीं?
राजस्थान चुनाव के लिए भाजपा की दूसरी लिस्ट जारी होने के बाद से यह साफ होता दिख रहा है कि वसुंधरा राजे अब भी पार्टी में मजबूत पकड़ बनाए हुई हैं। 83 उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट में वसुंधरा राजे के कई करीबियों को भी मौका दिया गया है। वसुंधरा राजे हर बार की तरह आगामी चुनाव में अपनी पारंपरिक झालरापाटन सीट से मैदान में उतरेंगी।
राजस्थान में उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट में भाजपा ने चित्तौड़गढ़ से विद्याधर नगर सीट से नरपत सिंह राजवी को भी मैदान में उतारा है। राजवी पार्टी के कद्दावर नेता भैरों सिंह शेखावत के दामाद हैं। पहली लिस्ट में राजवी के नाम का ऐलान न होने पर पार्टी कार्यकर्ताओं के एक वर्ग ने नाराजगी जताई थी। राजवी ने भी तल्ख प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए पार्टी पर हमला किया था। माना जा रहा है कि राजवी की मजबूत पकड़ को देखते हुए भाजपा नेतृत्व यू-टर्न लिया और राजवी को मौका दिया।