भारत में इजरायल के राजदूत नाओर गिलोन ने कहा है कि भारत के लिए समय आ गया है कि वह अन्य कई देशों की तरह हमास को आतंकवादी संगठन घोषित करे। इजरायली राजदूत ने पत्रकारों से बातचीत में हमास के खिलाफ आतकंवाद-रोधी अभियानों में इजरायल का समर्थन करने के लिए भारत के प्रति आभार भी प्रकट किया। इजरायली राजदूत ने कहा कि अमेरिका, कनाडा और यूरोपीय संघ समेत कई देश पहले ही हमास को आतंकी संगठन घोषित कर चुके हैं।
7 अक्टूबर को हमास द्वारा इज़राइल पर किए गए हमलों में 1,400 से अधिक लोग मारे गए थे। हमास ने गाजा में 220 से अधिक लोगों को बंधक बना रखा है। गाजा अधिकारियों के मुताबिक इजराइल के जवाबी हमलों में करीब 6,500 लोग मारे गए हैं।
गिलोन ने पीएम मोदी की सराहना की
गिलोन ने हमास के खिलाफ आतंकवाद विरोधी अभियानों में इजरायल को “100 प्रतिशत” समर्थन देने के लिए भारत को धन्यवाद दिया और विशेष रूप से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक्स पर पोस्ट का जिक्र किया। जिसमें आतंकवादी हमलों पर अपना आघात व्यक्त किया गया और इजरायल के लोगों के साथ एकजुटता व्यक्त की गई। उन्होंने कहा “प्रधानमंत्री मोदी जी दुनिया के पहले नेताओं में से थे जिन्होंने बहुत स्पष्ट बयान दिया”। गिलोन ने कहा यह हमारे लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि भारत एक बहुत करीबी सहयोगी है। भारत दुनिया की एक बहुत ही महत्वपूर्ण नैतिक आवाज भी है।
गिलोन ने कहा “पश्चिम एशिया (मध्य पूर्व) में उदारवादी देशों की बात करें तो इजरायल और इस पूरे क्षेत्र के लिए खतरे के रूप में हमास को खत्म करना सभी के लिए जरूरी है।”
गिलोन ने कहा कि इजराइल के खिलाफ युद्ध में हमास की जीत का कोई भी विकल्प नहीं है। इजरायली दूत ने यह भी आरोप लगाया कि ईरान हमास का समर्थन कर रहा है। उन्होंने दावा किया “वर्षों से ईरान हमास को वित्तपोषण, प्रशिक्षण और उपकरण प्रदान कर रहा है।”