दिल्ली की वायु गुणवत्ता में आज मामूली सुधार हुआ लेकिन ये अभी भी ‘खराब’ श्रेणी में बनी हुई है। आज एक्यूआई 245 दर्ज किया गया। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि सरकार प्रदूषण कम करने के लिए विंटर एक्शन प्लान या ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (जीआरएपी) स्टेज टू को मजबूती से लागू कर रही है।
वायु गुणवत्ता के आधार पर ग्रैप को चार चरणों में बांटा गया है। पहला चरण वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 201-300 यानी ‘खराब’ होने पर लागू किया जाता है। दूसरा चरण एक्यूआई 301-400 (बहुत खराब) होने पर, तीसरा चरण एक्यूआई 401-450 (गंभीर) होने पर और चौथा चरण एक्यूआई 450 से ज्यादा (गंभीर से भी ज्यादा) होने पर लागू किया जाता है। दूसरे चरण के तहत उठाए जाने वाले कदमों में निजी वाहनों के इस्तेमाल को कम करने के उद्देश्य से पार्किंग शुल्क बढ़ाना और सीएनजी/इलेक्ट्रिक बस और मेट्रो सेवाओं को बढ़ावा देना शामिल है।
गोपाल राय ने कहा “अब ठंड बढ़ रही है और जैसे ही हवा की रफ्तार कम होगी प्रदूषण के कण नीचे आएंगे तो इसको देखते हुए सरकार हर तरह की तैयारी चाहे वो विंटर एक्शन प्लान हो या ग्रैप हो सभी नियमों को मजबूती के साथ लेकर आगे बढ़ रही है।” उन्होंने कहा कि दिल्ली में पीएम 10 के मुकाबले पीएम 2.5 का स्तर ज्यादा है जो हवा में वाहनों से होने वाले प्रदूषण और बायोमास जलाने से बढ़ता है।
गोपाल राय ने कहा कि सरकार 26 अक्टूबर से वाहन प्रदूषण को कम करने के लिए “रेड लाइट ऑन गाड़ी ऑफ” अभियान को फिर से शुरू करेगी।
दिल्ली सरकार के पर्यावरण विभाग के सूत्रों ने कहा कि इस साल “रेड लाइट ऑन गाड़ी ऑफ” अभियान के लिए एलजी की इजाजत की आवश्यकता नहीं होगी क्योंकि प्रतिभागियों को पिछले सीजन के मुकाबले इस साल भी कोई मानदेय नहीं मिलेगा।