उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर के BRD (बाबा राघवदास) मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने इसी अस्पताल में भर्ती देवरिया के जमीनी विवाद में घायल बच्चे से मुलाकात की। साथ ही CM योगी ने बाकि मरीजों से भी बातचीत की और अस्पताल की व्यवस्थाओं को परखा। इस दौरान उन्होंने डॉक्टरों से गरीबों के इलाज के लिए बेहतर प्रबंध करने को कहा।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपने इस निरीक्षण की तस्वीरें आफिसीय़ल ‘X’ हैंडल पर शेयर की हैं। तस्वीरों में उनके साथ डॉक्टरों का पैनल मौजूद दिख रहा है। देवरिया के जमीनी विवाद में घायल बच्चे की के सिर में पट्टी बँधी दिखी। तस्वीरों में डॉक्टर इलाज संबंधित जानकारियाँ भी साझा करते दिखाई पड़े। अनमोल बीआरडी कॉलेज के ICU वार्ड में भर्ती हैं। अनमोल बेहद डरा हुआ है। CM योगी आदित्यनाथ ने अनमोल के पास जा कर उसका नाम पूछा। नाम बताने के बाद अनमोल रोने लगा। हालाँकि योगी ने उसे हिम्मत दी।
बीते दिनों देवरिया में दिल दहलाने वाली वारदात हुई। यहां जमीनी विवाद को लेकर एक ही परिवार के 5 लोगों की हत्या कर दी गई। दूसरे परिवार में पति-पत्नी, दो बेटियों और बेटे का गला काटा गया, गोली मारी गई, ईंट से सिर कूंच दिए। जिस घर में यह वारदात हुई वहां नरसंहार जैसे हालात दिखाई दिए। हर तरफ खून ही खून और लाशें नजर आ रही थीं। घटना सोमवार सुबह रुद्रपुर तहसील के फतेहपुर गांव की है। इस जघन्य हत्याकांड को पूर्व जिला पंचायत सदस्य प्रेम यादव की हत्या के बाद अंजाम दिया गया। ग्रामीणों के मुताबिक, हमलावर वहशी हो चुके थे। उन्होंने बच्चों, महिला और बच्चियों तक को नहीं बख्शा। सबसे पहले सत्य प्रकाश दुबे ने हमलावरों को रोकने की कोशिश की तो उनको गोली मारी। फिर उन पर गड़ासे से वार किए। सत्य प्रकाश को बचाने आई उनकी पत्नी किरण पर भी हमलावर टूट पड़े। उसका गला काट दिया। इससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई।
इसके बाद हमलावरों ने सत्य प्रकाश की बेटी सलोनी (18) को गोली मारी और चाकू से वार किए। उसकी मौके पर ही मौत हो गई। इसके बाद 10 साल की बेटी नंदनी और 15 साल के बेटे गांधी को भी मार डाला। सबसे आखिर में 8 साल के बेटे अनमोल पर हमला किया। उस पर कई वार किए और उसे मरा समझकर छोड़ गए। हालांकि, जब पुलिस मौके पर पहुंची तो उसकी सांसें चल रही थीं। उसे गोरखपुर मेडिकल कॉलेज भेजा गया।
दो जातियों का होने के चलते गांव और आसपास जबरदस्त तनाव है। घटना की संवेदनशीलता को देखते हुए सीएम योगी ने लखनऊ से प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद और स्पेशल डीजी प्रशांत कुमार को मौके पर भेजा।