राजस्थान विधानसभा चुनाव में दो सीटों पर रोमांचक मुकाबला होगा। यहां एक सीट पर पति-पत्नी आमने-सामने चुनाव मैदान पर खड़े हैं तो दूसरी सीट पर जीजा-साली के बीच मुकाबला होगा। सीकर जिले की दांतारामगढ़ सीट से कांग्रेस ने वीरेंद्र सिंह को प्रत्याशी घोषित किया है। वे वर्तमान में भी विधायक हैं। वीरेंद्र सिंह के खिलाफ उनकी पत्नी डॉ. रीटा चुनाव मैदान में उतरी हैं। रीटा को जन नायक जनता पार्टी (जेजेपी) ने टिकट दिया है। रीटा करीब एक महीने पहले जेजेपी में शामिल हुईं और पिछले दिनों उन्हे प्रत्याशी घोषित किया गया है। रीटा पहले कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ना चाहती थी लेकिन कांग्रेस नेतृत्व ने वीरेंद्र को ही फिर प्रत्याशी बनाने का संकेत दिया तो रीटा जेजेपी में शामिल हो गई।
धौलपुर शहर सीट से जीजा और साली आमने-सामने चुनाव मैदान में खड़े है। धौलपुर से कांग्रेस ने शोभारानी कुशवाहा को टिकट दिया है। 2018 में शोभारानी ने भाजपा के टिकट पर चुनाव जीता था लेकिन बाद में राज्यसभा चुनाव में उन्होंने भाजपा से बगावत की थी। इस कारण भाजपा ने उन्हे पार्टी से निष्कासित कर दिया। शोभारानी पिछले एक साल से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के संपर्क में थीं और पार्टी ने पिछले सप्ताह उन्हे टिकट दे दिया। वहीं भाजपा ने डॉ. शिवचरण कुशवाहा को प्रत्याशी बनाया है। शिवचरण शोभारानी के जीजा हैं। शिवचरण दो महीने पहले तक कांग्रेस में थे। कांग्रेस से टिकट नहीं मिलने की बात पक्की होने पर उन्होंने भाजपा नेतृत्व से संपर्क किया और चुनाव मैदान में उतर गए ।