अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने भारतीय अमेरिकी वैज्ञानिक अशोक गाडगिल को टेक्नोलॉजी और इनोवेशन के लिए प्रतिष्ठित व्हाइट हाउस नेशनल मेडल से सम्मानित किया। अशोक गाडगिल को यह पदक विश्व भर के समुदायों को जीवन-निर्वाह संसाधन प्रदान करने के लिए दिया गया।
अशोक गाडगिल यूसी बर्कले में सिविल और पर्यावरण इंजीनियरिंग के प्रोफेसर एमेरिटस भी हैं। अशोक गाडगिल विकासशील दुनिया की कुछ सबसे मुश्किल समस्याओं के लिए कम लागत वाले समाधान विकसित किए हैं। जिनमें सेफ ड्रिंकिंग वाटर टेक्नोलॉजी, एनर्जी एफिशिएंट स्टोव और एफिशिएंट इलेक्ट्रिक लाइटनिंग बनाने के तरीके शामिल हैं।
अशोक गाडगिल ऐसे आविष्कारों पर ध्यान केंद्रित करते हैं जिन्हें व्यापक रूप में अपनाया जा सके। उनकी परियोजनाओं ने 100 मिलियन से ज्यादा लोगों की मदद की है। अशोक गाडगिल एनर्जी एफिशिएंसी, इनडोर एयर और पोल्यूटेंट फ्लो की कम्प्यूटेशनल फ्लूड डायनामिक्स के निर्माण में भी विशेषज्ञ हैं।
व्हाइट हाउस ने कहा कि गाडगिल को ये पदक दुनिया भर के समुदायों को जीवनदायी संसाधन उपलब्ध कराने के लिए दिया गया है। उनकी इनोवेटिव कम खर्चीली टेक्नोलॉजीज पीने के पानी से लेकर फ्यूल एफिशिएंट कुकस्टोव तक की गहन जरूरतों को पूरा करने में मदद करती हैं। अशोक गाडगिल का काम सभी लोगों की गरिमा और हमारे समय की बड़ी चुनौतियों को हल करने की हमारी शक्ति में विश्वास से प्रेरित है।
दिवंगत बर्कले लैब के प्रतिष्ठित वैज्ञानिक एमेरिटस आर्ट रोसेनफेल्ड के बाद वो इस पदक से सम्मानित होने वाले लैब के दूसरे व्यक्ति हैं जो देश के सबसे प्रतिष्ठित सम्मानों में से एक है। यह पुरस्कार अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन अमेरिका के लीडिंग इनोवेटर्स को देते है। गाडगिल के साथ 12 और लोगों को भी सम्मानित किया गया।
गाडगिल ने बॉम्बे विश्वविद्यालय, द इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी कानपुर से फिजिक्स में डिग्री हासिल की और यूसी बर्कले से अपनी पीएचडी पूरी की।