लंबी चर्चा के बाद तो-तिहाई बहुमत से महिला आरक्षण बिल (नारी शक्ति वंदन विधेयक)नई लोकसभा में पास हो गया । लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने पर्ची से वोटिंग कराई । बिल के समर्थन में 454 और विरोध में 2 वोट पड़े। AIMIM के हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी और औरंगाबाद से सांसद इम्तियाज जलील ने महिला आरक्षण बिल के विरोध में वोट किया।
आज इस बिल की पेशी राज्यसभा में होगी । राज्यसभा से पास होने के बाद बिल को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के साइन के लिए भेजा जाएगा। राष्ट्रपति की स्वीकृति मिलने के बाद यह कानून बन जाएगा। महिला आरक्षण बिल नई संसद के लोकसभा में पास हुआ पहला बिल भी है।
पहली बार 1974 में महिलाओं की स्थिति का आकलन करने वाली समिति ने इस मुद्दे को उठाया था । इसके बाद 2010 में मनमोहन सरकार ने राज्यसभा में महिलाओं के लिए 33% आरक्षण बिल को बहुमत से पारित करा लिया था। लेकिन तब सपा और आरजेडी ने महिला आरक्षण बिल का विरोध किया. दोनों पार्टियों ने तत्कालीन UPA सरकार से समर्थन वापस लेने की धमकी दे दी थी। इसके बाद बिल को लोकसभा में पेश नहीं किया गया।