आम आदमी पार्टी के सांसद राघव चड्ढा ने राज्यसभा सचिवालय की ओर से आवंटित किए गए आवास को खाली कराने पर पहली प्रतिक्रिया दी है।
उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी जब मनचाहा सांसद को सस्पेंड कर दिया जाता है, जब मनचाहा किसी सांसद का घर छीन लिया और जब चाहा विपक्ष के नेता को पकड़ कर जेल में डाल दिया, जिस तरह से इस देश में लोकतंत्र के लिए खतरा पैदा हो गया है, उससे देश को बचाने के लिए लड़ाई लड़नी होगी।
आम आदमी पार्टी सांसद राघव चड्ढा ने कहा कि वे अपनी राज्यसभा सदस्यता और सरकारी बंगले के लिए हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में लड़ेंगे।
राघव चड्ढा ने कहा कि भले ही उन्हें राज्यसभा से निलंबित कर दिया जाए और उन्हें उनके सरकारी आवास से बाहर करने की कोशिश की जा रही हो लेकिन बीजेपी उन्हें लोगों के दिलों से बाहर नहीं कर पाएगी।
राघव चड्ढा ने कहा, “मेरा सरकारी बंगला छीनने की कोशिशों के लिए बीजेपी का राजनैतिक प्रतिशोध जिम्मेदार है। मुझे राज्यसभा से निलंबित कर दिया गया, मुझे मेरे सरकारी आवास से बेदखल करने की कोशिश की जा रही है लेकिन क्या वे मुझे लोगों के दिलों से निकाल सकते हैं? मैं अपनी राज्यसभा सदस्यता के लिए लड़ूंगा।”
उन्होंने कहा कि मैं बीजेपी की तानाशाही के खिलाफ हर संभव प्लेटफॉर्म पर अपनी आवाज उठाऊंगा। ‘आप’ सांसद राघव चड्ढा ने दिल्ली हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया और ट्रायल कोर्ट के फैसले को चुनौती दी।