इजरायल और फिलिस्तीन के बीच लगातार संघर्ष जारी है। इस जंग में प्रभावित फिलिस्तीन के लोगों के लिए भारत ने रविवार को 38 टन आपदा राहत सामग्री भेजी। विदेश मंत्रालय के आधिकारिक प्रवक्ता अरिंदम बागची ने यह जानकारी दी।
भारत द्वारा भेजी गई मानवीय सहायता में तरल पदार्थ और दर्द निवारक दवाओं को शामिल किया गया। लगभग 38 टन आपदा राहत सामग्री में टेंट, स्लीपिंग बैग, तिरपाल, बुनियादी स्वच्छता उपयोगिताएं, जल शोधन गोलियां आदि शामिल हैं। चिकित्सा आपूर्ति में आवश्यक जीवन रक्षक दवाएं और आपातकालीन चिकित्सा स्थितियों से निपटने के उद्देश्य से सुरक्षात्मक और सर्जिकल वस्तुएं शामिल हैं।
सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट कर अरिंदम बागची ने कहा, “भारत फिलिस्तीन के लोगों को मानवीय सहायता भेज रहा है। फिलिस्तीन के लोगों के लिए लगभग 6.5 टन चिकित्सा सहायता और 32 टन आपदा राहत सामग्री लेकर एक IAF C-17 उड़ान मिस्र में एल-अरिश हवाई अड्डे के लिए रवाना हुई। सामग्री में अन्य आवश्यक वस्तुओं के अलावा आवश्यक जीवन रक्षक दवाएं, सर्जिकल सामान, तंबू, स्लीपिंग बैग, तिरपाल, स्वच्छता सुविधाएं, जल शोधन गोलियां शामिल हैं।”
अमेरिका, इजराइल, मिस्र और संयुक्त राष्ट्र की बातचीत के बाद, मिस्र और गाजा के बीच राफाह क्रॉसिंग पॉइंट को आखिरकार दो हफ्ते में पहली बार शनिवार को मदद के लिए खोल दिया गया जिससे गाजा के लोगों को मानवीय सहायता पहुंचाई जा सके। शनिवार को मिस्र के रेड क्रिसेंट से फिलिस्तीनी रेड क्रिसेंट संगठन तक मदद पहुंचाने के लिए सिर्फ 20 ट्रकों को ही राफाह बॉर्डर पार करने की परमिशन दी गई थी।
हालांकि फ़िलिस्तीनी रेड क्रिसेंट सोसाइटी का कहना है कि गाजा में मानवीय सहायता भेजा जाना उम्मीद की एक स्वागत योग्य झलक है लेकिन यह मामूली सहायता समुद्र में एक बूंद के बराबर है। भारत ने भी मदद का हाथ आगे बढ़ते हुए राहत सामग्री गाजा के लिए भिजवाई।
हमास ने 7 अक्टूबर को इजरायल पर हमला कर 1500 से ज्यादा लोगों की हत्या कर दी थी। वहीं इजरायल ने जवाबी एक्शन लेते हुए फिलिस्तीन के 4300 से ज्यादा लोगों को मार दिया है।