इजरायल-हमास के युद्ध का प्रभाव पूरी दुनिया पर पड़ रहा है। दोनों देशों के बीच जारी संघर्ष ने न केवल इजरायल- फिलिस्तीन के लोगों को बल्कि विश्व के अधिकतर देशों के लोगों को प्रभावित किया है। फिलिस्तीन आतंकी संगठन हमास ने दो अमेरिकी बंधकों को रिहा किया है। ये दोनों मां-बेटी हैं। अमेरिका के इलिनोइस प्रांत के इवांस्टन की रहने वाली मां-बेटी के पास इजरायल की भी नागरिकता है।
हमास की सैन्य इकाई अल-कासम ब्रिगेड के प्रवक्ता अबू उबैदा ने एक बयान में कहा कि कतर की मध्यस्थता के बाद मानवीय आधार पर दोनों को रिहा किया गया है। प्रवक्ता ने कहा कि बंधकों को रिहा कर अमेरिकी लोगों और दुनिया को यह बताना चाहते हैं कि राष्ट्रपति जो बाइडन और उनके फासीवादी प्रशासन द्वारा किए गए दावे झूठे और निराधार हैं।
इजरायल प्रधानमंत्री के आधिकारिक X हैंडल से पोस्ट किया गया ”आज शाम जुडिथ ताई रानन और उनकी बेटी नताली शोशना रानन को आतंकवादी संगठन हमास ने छोड़ दिया।”
इजरायल प्रधानमंत्री के कार्यालय के एक बयान में कहा गया कि ब्रिगेडियर जनरल गैल हिर्श और अन्य सुरक्षा बलों ने गाजा पट्टी की सीमा पर मां-बेटी का स्वागत किया और इस समय वे देश के केंद्र में एक सैन्य अड्डे पर एक मीटिंग प्वाइंट की ओर जा रहे हैं जहां उनके परिवारवाले उनका इंतजार कर रहे हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने हमास द्वारा रिहा की गईं मां-बेटी से फोन पर बात की और मदद का आश्वासन दिया। राष्ट्रपति बाइडन ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, मैंने अभी-अभी हमास द्वारा बंधक बनाए जाने के बाद रिहा की गईं दो अमेरिकी नागरिकों से बात की। मैंने उन्हें बताया कि अमेरिकी सरकार उनकी पूरी मदद करेगी।
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने बंधकों को छुड़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए कतर सरकार का शुक्रिया अदा किया। ब्लिंकन ने कहा कि इजरायल अमेरिकी दूतावास की टीम जल्द ही शिकागो के रहने वाले दो अमेरिकी बंधकों- मां और बेटी से मुलाकात करेगी। जिन्हें सात अक्टूबर को हमास ने इजरायल से बंधक बना लिया था। उन्होंने कहा कि कई देशों के लगभग 200 अन्य बंधकों में अभी भी 10 अमेरिकी नागरिक शामिल हैं। ब्लिंकेन ने कहा कि हमास को सभी बंधकों को रिहा करना चाहिए। ब्लिंकन ने कहा कि उन्होंने अन्य बंधकों के परिवारों से बात की है और गंभीरता से उनके परिवार के सदस्यों की रिहाई के लिए काम करने का वादा किया है।