आठ दिनों के बाद सस्पेंस के बाद आज फाइनली मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री के नाम का भाजपा ने ऐलान कर ही दिया। मध्य प्रदेश के मनोनीत सीएम मोहन यादव ने भोपाल के राजभवन में राज्यपाल मंगूभाई सी पटेल से मुलाकात की और सरकार बनाने का दावा भी पेश कर दिया। भाजपा ने सोमवार को उज्जैन से 3 बार विधायक रहे मोहन यादव को चौहान की जगह मध्य प्रदेश का अगला मुख्यमंत्री घोषित कर सबको चौंका दिया है।
इससे पहले, भाजपा नेता शिवराज सिंह चौहान ने मध्य प्रदेश के राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप दिया। इस बीच, राज्य में जगदीश देवड़ा और राजेश शुक्ला नाम के दो उपमुख्यमंत्री होंगे।
मोहन यादव का राजनैतिक इतिहास
मोहन यादव 2013 में पहली बार उज्जैन दक्षिण की सीट से विधायक बने थे। 2018 के मध्य प्रदेश विधान सभा चुनाव में वह एक बार फिर निर्वाचित हुए और उज्जैन दक्षिण सीट से विधायक बने।
इससे पहले 2 जुलाई, 2020 को उन्होंने शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व वाली मध्य प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली थी।
शिवराज सिंह चौहान 2020 से 2023 तक और पहले 2005 से 2018 तक मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री थे और 2006 से बुधनी से और पहले 1990 से 1991 तक मध्य प्रदेश में विधान सभा के सदस्य थे। वह सबसे लंबे समय तक सेवा करने वाले मुख्यमंत्री हैं।
इससे पहले दिन में, भाजपा के केंद्रीय पर्यवेक्षक मनोहर लाल खट्टर, डॉ के लक्ष्मण और मध्य प्रदेश की आशा लाकड़ा ने विधायक दल की बैठक की।
मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को एक ही चरण में 230 विधानसभा सीटों के लिए मतदान हुआ और वोटों की गिनती 3 दिसंबर को हुई। राज्य में करीब 20 साल की सत्ता से जूझ रही भाजपा ने शानदार जनादेश हासिल किया। 163 सीटें, जबकि कांग्रेस 66 सीटों पर दूसरे स्थान पर रही।