पंजाब के मोगा जिले का रहने वाला देविंदर बांबिहा गिरोह में शामिल सुखदूल सिंह उर्फ सुक्खा दुनिके एक गैंगवॉर में मारा गया। सुक्खा दुनिके की कनाडा में लगभग 15 गोली मारकर हत्या कर दी।
सूत्रों के हवाले से दुनिके साल 2017 में फर्जी दस्तावेजों की मदद से भारत से फरार होकर कनाडा भाग गया था। सुखदूल सिंह के खिलाफ सात आपराधिक मामले दर्ज हैं। पंजाब क्षेत्र और उसके आसपास के 29 गैंगस्टर कानून से बचने के लिए भारत के बाहर शरण ले रहे हैं। वे या तो भारतीय पासपोर्ट पर या नकली-जाली यात्रा दस्तावेजों की मदद से कई सालों पहले नेपाल के रास्ते भारत छोड़कर दूसरे मुल्क चले गए थे।
सुखदूल सिंह दुनिके का संबंध मोस्ट वांटेड अर्श डल्ला गैंग से था। सुखदूल सिंह दुनिके टारगेट किलिंग करने के लिए जाना जाता था। खालिस्तानी आतंकवादियों के खिलाफ अपनी कार्रवाई तेज करते हुए National Investigation Agency ने अर्श डल्ला गैंग पर 10 लाख का इनाम रखा था। NIA ने हरविंदर सिंह संधू उर्फ रिंडा और लखबीर सिंह संधू उर्फ लांडा सहित बब्बर खालसा इंटरनेशनल के पांच कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी के लिए सूचना देने वाले को नकद इनाम देने की घोषणा की थी। दुनिके पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और राजस्थान में दविंदर बंबीहा गिरोह को सहायता पहुंचाने सहित फंडिंग देकर मजबूत कर रहा था।
दुनिके का झुकाव खालिस्तानी समर्थक संगठनों की ओर भी था। हालांकि, वो ज्यादातर जबरन वसूली के लिए दूसरे को कॉल करता था और कॉन्ट्रेक्ट किलिंग में शामिल रहता था। दुनिके अपने साथियों की मदद से पंजाब और आसपास के राज्यों में अपराधों को अंजाम देने का काम कर रहा था। पिछले साल 14 मार्च को दुनिके ने जालंधर के मल्लियां गांव में एक कबड्डी मैच के दौरान अपने साथियों की मदद से कबड्डी खिलाड़ी संदीप सिंह नंगल की हत्या की साजिश रची थी। उसके खिलाफ पंजाब और आसपास के राज्यों में हत्या और अन्य गंभीर अपराधों के 20 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज थे।
कनाडा दुनिके जैसे कई गैंगस्टर को अपने देश में शरण देता है। हाल ही में कनाडा ने बिना किसी ठोस सबूत के भारत पर खालिस्तान के हरदीप सिंह निज्जर की हत्या का आरोप लगाया था।