इजराइल और हमास के बीच जंग का सिलसिला जारी है। हमास के कमांडो ने इजराइल पर हमला करने के बाद अपने साथ कई लोगों को बंधक बनाकर ले गए। इनमें इजराइली नागरिकों के साथ ही विदेशी नागरिक भी शामिल हैं। इस भीषण जंग में कई देशों के नागरिकों की मौत हो चुकी है। इसी बीच भारत ने अपने देश के नागरिकों की घर वापसी के लिए ‘ऑपरेशन अजय’ की शुरुआत की है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा- भारत सरकार ऑपरेशन अजय के तहत भारतीयों को वापस लाएगी। विदेश मंत्रालय ने कहा कि ऑपरेशन अजय के तहत पहली चार्टर्ड फ्लाइट से शुक्रवार को इजराइल से लगभग 230 लोगों को वापस लाने की उम्मीद कर रही है।
भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा, ” कल विदेश मंत्री ने घोषणा की थी कि ऑपरेशन अजय को हमारे उन नागरिकों की इजराइल से वापसी के लिए शुरू किया गया है जो भारत आना चाहते हैं। भारतीय नागरिकों को लेने के लिए पहली चार्टर फ्लाइट गुरुवार रात तेल अवीव पहुंचेगी और शुक्रवार सुबह भारत लौटने की संभावना है।”
श्रीलंका के दौरे पर गए विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने एक्स पर एक पोस्ट में ऑपरेशन अजय शुरू करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि इजराइल से लौटने के इच्छुक हमारे नागरिकों की वापसी की सुविधा के लिए ऑपरेशन अजय लॉन्च कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि विशेष चार्टर उड़ानें और दूसरी व्यवस्थाएं की जा रही हैं। सरकार विदेश में भारतीय नागरिकों की सुरक्षा और भलाई के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।
भारतीयों के पहले जत्थे को आज एक विशेष उड़ान से इजराइल से वापस लाए जाने की उम्मीद है।
विदेश मंत्री एस. जयशंकर की घोषणा के तुरंत बाद इजराइल में भारतीय दूतावास ने कहा कि उन्होंने विशेष उड़ान के लिए रजिस्टर भारतीय नागरिकों की पहली लिस्ट ई-मेल कर दी है।
अनुमान के मुताबिक इस समय करीब 18 हजार भारतीय इजराइल में रह रहे हैं।
गाजा से हमास आतंकवादियों की तरफ से इजरायल के खिलाफ किए गए हमलों और उसके बाद इजराइली जवाबी कार्रवाई में करीब 2,150 लोग मारे गए हैं।
इजराइली अधिकारियों ने कहा कि उसके 155 सैनिकों समेत 1,200 से ज्यादा लोग मारे गए हैं जबकि फिलिस्तीन ने गाजा में मरने वालों की संख्या 950 बताई है।
एस. जयशंकर ने संयुक्त अरब अमीरात के विदेश मंत्री शेख अब्दुल्ला बिन जायद अल नाहयान के साथ पश्चिम एशिया में संकट पर चर्चा की।
विदेश मंत्री ने एक्स पर पोस्ट में कहा कि यूएई के विदेश मंत्री जायद से बात की। जिसमें पश्चिम एशिया में चल रहे संकट पर चर्चा की है। दोनों देशों के बीच संपर्क में रहने पर सहमति बनी है।
इससे विदेश मंत्रालय ने कहा कि उसने इजराइल और फिलिस्तीन के हालात पर नजर रखने, जानकारी और मदद करने के लिए दिल्ली में चौबीसों घंटे चलने वाला कंट्रोल रूम और तेल अवीव और रामल्ला में भारतीय नागरिकों के लिए अलग आपातकालीन हेल्पलाइन जारी किया है।
दिल्ली में कंट्रोल रूम का फोन नंबर 1800118797 (टोल-फ्री), +91-11 23012113, +91-11-23014104, +91-11-23017905 और +919968291988 जारी किया गया है। इसके अलावा ई-मेल आईडी [email protected] जारी की गई है।
आपरेशन अजय-
“ऑपरेशन अजय” इजराइल से भारतीय नागरिकों को वापस लाने के लिए शुरू किया गया एक अभियान है। विशेष चार्टर्ड फ्लाइट्स को इस अभियान में लगाया गया है। इसके साथ ही जरूरत पड़ने पर नेवी शिप भी लगाए जा सकते हैं। इस अभियान में सिर्फ उन भारतीयों वापस लाया जाएगा, जो स्वेच्छा से आना चाहते हैं। इसमें सभी भारतीयों को वापस नहीं लाया जाएगा। इजराइल में अभी छात्रों, पेशेवरों और व्यापारियों को मिलाकर करीब 18 हजार भारतीयों की संख्या बतायी जा रही है जो वहां रहते हैं। जो भारतीय नागरिकों की सुरक्षित वापसी के लिए “ऑपरेशन अजय” शुरू किया गया एक अभियान है।
विदेश मामलों के जानकार कहते हैं कि भारत, इजराइल और अमेरिका के बीच आपसी सहयोग काफी मजबूत है। हालांकि पिछले दिनों भारत में आयोजित जी20 समिट में भारत मिडिल ईस्ट यूरोप कॉरिडोर को इस जंग से झटका लग सकता है। भारत के इकोनोमिक रोड मैप में सउदी अरब और इजराइल भी शामिल थे। लेकिन सउदी अरब ने इजराइल की आलोचना की है। वहीं अमेरिका अपने दोस्त इजराइल के साथ खड़ा है। ऐसे में सभी 8 देशों को इस कॉरिडोर में साथ आना मुश्किल हो गया है, जिन्हें इस कॉरिडोर से काफी लाभ मिलने वाला था इनमें भारत भी शामिल है।
विदेश मंत्रालय ने इजराइल में मौजूदा स्थिति को देखते हुए इजराइल में रह रहे सभी भारतीय नागरिकों से सतर्क रहने और स्थानीय अधिकारियों की सलाह के मुताबिक सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करने की अपील की है।