केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को मेघालय के शिलांग में मुख्यालय महानिदेशालय असम राइफल्स के युद्ध स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की।
अमित शाह ने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा “हमारे देश की सुरक्षा के लिए असम राइफल्स के बहादुरों द्वारा किए गए बलिदान अद्वितीय हैं। मुख्यालय महानिदेशालय असम राइफल्स में युद्ध स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की और शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की उनका जीवन कर्तव्य की पंक्ति में है।‘’
केंद्रीय मंत्री असम और मेघालय की तीन दिवसीय यात्रा पर हैं। इससे पहले गुरुवार को उन्होंने शिलांग के लैटकोर में असम राइफल्स मुख्यालय में साइबर सुरक्षा संचालन केंद्र का उद्घाटन किया।
इस अवसर पर बोलते हुए अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत डिजिटलीकरण की दिशा में लंबी छलांग लगा रहा है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार प्रत्येक नागरिक के लिए इंटरनेट को सुरक्षित बनाकर एक साइबर-सफल समाज बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।
असम राइफल्स वाइड एरिया नेटवर्क (एआरडब्ल्यूएएन) में नेटवर्क की वास्तविक समय निगरानी, बाहरी खतरों को कम करने और साइबर उल्लंघनों की रोकथाम करके बल की साइबर सुरक्षा स्थिति को मजबूत करना सइबर सुरक्षा संचालन केंद्र करेगा।
साइबर सुरक्षा संचालन केंद्र को 24/7 सेवाएं प्रदान करने के लिए अत्याधुनिक नेटवर्क और डेटा निगरानी उपकरणों से सुसज्जित किया गया है। यह केंद्र सीएपीएफ के बीच अपनी तरह का पहला केंद्र है।
20 जनवरी को केंद्रीय गृह मंत्री एसएसबी के 61वें स्थापना दिवस समारोह और असम पुलिस कमांडो की पासिंग आउट परेड समेत कई कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे। उसी दिन, वह सोनितपुर जिले के ढेकियाजुली में अखिल बाथौ महासभा के 13वें त्रिवार्षिक सम्मेलन में भाग लेंगे।
20 जनवरी को केंद्रीय गृह मंत्री गुवाहाटी के सरुसजाई स्टेडियम में 2,551 असम पुलिस कमांडो की पासिंग आउट परेड में भी शामिल होंगे। वह गुवाहाटी के श्रीमंत शंकरदेव अंतर्राष्ट्रीय सभागार में “असम के ब्रेवहार्ट लाचित बरफुकन” नामक पुस्तक का भी विमोचन करेंगे। 20 जनवरी को केंद्रीय गृह मंत्री गुवाहाटी में ब्रह्मपुत्र रिवरफ्रंट का उद्घाटन करेंगे।