आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बंगाल के दौरे पर रहे। अपने भाषण में प्रधानमंत्री मोदी ने संदेशखाली में महिलाओं के खिलाफ हुए कथित अत्याचार को लेकर तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) शासित पश्चिम बंगाल सरकार पर हमला बोला दिया। पश्चिम बंगाल के दो दिवसीय दौरे पर आए प्रधानमंत्री ने कहा है कि इस मुद्दे पर पूरा देश गुस्से से जूझ रहा है। हुगली जिले के आरामबाग में एक सभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, ”संदेशखाली की घटनाएं शर्म की बात हैं। लगभग 2 महीने तक मुख्य आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया गया।
प्रधानमंत्री ने संदेशखाली की भयावहता के मुद्दे पर चुप्पी बनाए रखने के लिए विपक्षी इंडिया गुट की भी आलोचना भी कर डाली। बंगाल की स्थिति पर पूरे देश नजर है। मां, माटी और मानुष का ढोल पीटने वाली टीएमसी ने संदेशखाली की बहनों के साथ जो किया है, उसे देखकर पूरा देश दुखी और गुस्से में है।”
पीएम मोदी ने ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली सरकार पर सभी क्षेत्रों में भ्रष्ट होने का आरोप लगाया और कहा कि इंडी गठबंधन के नेताओं के लिए संदेशखाली में टीएमसी द्वारा प्रताड़ित लोगों के साथ खड़े होने के बजाय भ्रष्ट और तुष्टीकरण की राजनीति का समर्थन करना सर्वोपरि है। टीएमसी को भरोसा है कि उसे अल्पसंख्यकों का समर्थन प्राप्त है, लेकिन मुसलमान भी टीएमसी के गुंडा राज के खिलाफ वोट करेंगे। टीएमसी को लोकसभा चुनाव में हराना है। इसके बाद पीएम मोदी ने कहा कि बंगाल की सत्ता से उसकी विदाई की उल्टी गिनती शुरू हो जाएगी।
पीएम मोदी ने धन वितरण पर उपद्रव का संकेत देते हुए आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र बंगाल को धन भेज रहा है, लेकिन टीएमसी सरकार उनका उपयोग नहीं कर रही है और नाकाबंदी कर रही है। टीएमसी जीवन के सभी क्षेत्रों में भ्रष्टाचार में शामिल है – सरकारी नौकरियों में नियुक्ति से लेकर पशु तस्करी तक।”सुंदरबन के किनारे पर स्थित संदेशखाली क्षेत्र, स्थानीय टीएमसी नेता शाजहान शेख और उनके साथियों के खिलाफ यौन शोषण और भूमि हड़पने के आरोपों के कारण एक महीने से अधिक समय से बंगाल में उथल-पुथल मची हुई है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आरोपियों को बचाने की भरपूर कोशिश की।
टीएमसी ने संदेशखाली के आरोपी शाजहां शेख को 6 साल के लिए पार्टी से निलंबित कर दिया। पश्चिम बंगाल पुलिस ने गुरुवार को टीएमसी नेता को गिरफ्तार कर लिया। महिलाओं के खिलाफ अत्याचार के आरोपी शाहजहां शेख 55 दिनों तक भागने के बाद गुरुवार तड़के गिरफ्तार कर लिया गया,पर इसके बाद भी हिंसा का दौर जारी है। जिससे बंगाल में दीदी के राज में अशांति बनी हुई है। लोकसभा चुनाव में हराकर ही बंगाल में शांति की कामना की जा सकती है।