असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने राज्य के पुलिस महानिदेशक को कथित तौर पर “भीड़ को उकसाने” के लिए राहुल गांधी के खिलाफ मामला दर्ज करने का निर्देश दिया।
कांग्रेस नेता पार्टी की मणिपुर से मुंबई तक भारत जोड़ो न्याय यात्रा का नेतृत्व कर रहे हैं। इससे पहले दिन में, गुवाहाटी शहर में प्रवेश करने से रोके गए कांग्रेस कार्यकर्ताओं की असम पुलिस से झड़प हो गई।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में मुख्यमंत्री सरमा ने कहा कि नक्सली रणनीति असम की संस्कृति के लिए अलग है। सरमा ने एक्स पर कहा “ये असमिया संस्कृति का हिस्सा नहीं हैं। हम एक शांतिपूर्ण राज्य हैं। ऐसी नक्सली रणनीति हमारी संस्कृति के लिए पूरी तरह से अलग हैं। मैंने भीड़ को उकसाने के लिए आपके नेता राहुल गांधी के खिलाफ मामला दर्ज करने और फुटेज का उपयोग करने के लिए असम पुलिस के महानिदेशक को निर्देश दिया है। आपने सबूत के तौर पर अपने हैंडल पर पोस्ट किया है। आपके अनियंत्रित व्यवहार और सहमत दिशानिर्देशों के उल्लंघन के कारण अब गुवाहाटी में बड़े पैमाने पर ट्रैफिक जाम हो गया है।”
These are not part of Assamese culture. We are a peaceful state. Such “naxalite tactics” are completely alien to our culture.
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) January 23, 2024
I have instructed @DGPAssamPolice to register a case against your leader @RahulGandhi for provoking the crowd & use the footage you have posted on your… https://t.co/G84Qhjpd8h
राहुल गांधी ने पहले आज दावा किया था कि उन्हें छात्रों के साथ बातचीत करने की अनुमति नहीं दी गई थी। आज सुबह यात्रा के लिए गुवाहाटी के प्रवेश बिंदु खानापारा क्षेत्र में भारी सुरक्षा तैनात की गई थी। यात्रा को गुवाहाटी में प्रवेश करने से रोकने के लिए घटनास्थल पर बड़ी संख्या में पुलिस मौजूद थी।
राहुल गांधी को बस के ऊपर खड़े होकर पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते देखा गया। असम कांग्रेस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म यात्रा बटाद्रबा में समाप्त हुई। जब @JPNadda जी ने गुवाहाटी का दौरा किया था तो एक रोड शो की अनुमति दी गई थी, आज सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए यात्रा को शहर से गुजरने की अनुमति नहीं दी गई। APCC अध्यक्ष @BhupenKBorah ने पुलिस उत्पीड़न के खिलाफ विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व किया।
राहुलल गांधी ने पहले कहा था कि उत्तर पूर्व और भारत के छात्रों को गुलाम बनाने की कोशिश की जा रही है, उन्होंने कहा “किसी भी छात्र को डरने की जरूरत नहीं है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि देश के गृह मंत्री ने उन्हें असम के छात्रों से मिलने से रोकने के निर्देश दिये थे। उन्होंने कहा हमें हर जगह रोका जा रहा है। देश के गृह मंत्री ने फोन उठाया और सीएम हिमंत को फोन किया और कहा कि राहुल गांधी को असम के छात्रों से नहीं मिलना चाहिए। यह महत्वपूर्ण नहीं है कि राहुल गांधी यहां आते हैं या नहीं। महत्वपूर्ण बात यह है कि छात्रों को जिसे वे सुनना चाहते हैं उसे सुनने की अनुमति दी जानी चाहिए। लेकिन असम के किसी भी स्कूल और कॉलेज में ऐसा नहीं हो रहा है। आपसे कहा जा रहा है कि आप अपनी भाषा नहीं बोल सकते। आपसे कहा जा रहा है कि आप अपना इतिहास नहीं जान सकते।”