NEET paper leak case: NEET पेपर लीक में एफआईआर दर्ज करने के बाद अब CBI एक्टिव हो गई है। जी हां इस मामले में सीबीआई ने अपनी जांच तेज कर दी है। एजेंसी ने बिहार, गुजरात और राजस्थान के अलावा अन्य कई राज्यों में NEET एग्जाम में हुई गड़बडी के मामलों का संज्ञान लिया हैं। इसके बाद अब CBI खुद सभी मामलों की जांच करने में शिद्दत से जुड़ गई है।
पेपर लीक की सरना बिहार- CBI
जानकारी के मुताबिक, CBI ने सभी राज्यों की पुलिस से मामले से जुड़ी फाइलों को ले लिया है और जांच शुरू कर दी है। सूत्रों के मुताबिक, पेपर लीक के मामले का मुख्य सरगना बिहार को ठहराया है, क्योंकि इसी राज्य में सबसे पहले पेपर लीक की खबर सामने आई थी। वहीं, CBI पेपर लीक से जुड़ी सभी लीकेज कॉन्सपिरेसी मॉड्यूल की जांच करेगी।
बिहार के लर्न एंड प्ले स्कूल में पढ़ाया था पेपर
जांच एजेंसी का कहना है कि कहीं, पूरे पेपर लीक की घटना एक ही राज्य से तो नहीं जुड़ी है। CBI का मानना है कि पेपर लीक से संबंधित ज्यादा से ज्यादा घटना बिहार से निकलकर सामने आ रही हैं। वहीं, बिहार की स्थानीय पुलिस ने पेपर लीक मामले में चिंटू, प्रभात रंजन और संजीव मुखिया के साथ कई और लोग जुड़े थे। इसमें एक शख्स का नाम मनीष प्रकाश है। कहा जा रहा है कि इसी शख्स ने अपने दोस्त आशुतोष से कहकर लर्न एंड प्ले स्कूल को परीक्षार्थियों के लिए बुक कराया था।
राजस्थान से है कुछ अलग मामला
वहीं, राजस्थान और गोधरा से इसी परीक्षा से संबंधित थोड़ा अलग मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि यहां पर कैंडिडेट की जगह कोई अन्य व्यक्ति पेपर दे रहा था। साथ ही वहां की पुलिस ने एक प्रिंसिपल के साथ 5 लोगों को गिरफ्तार किया था। इनके पास मौके से करोड़ों रुपये की नगदी के साथ कई चेक बरामद किए गए हैं। मामला चीटिंग और प्रॉक्सी कैंडिडेट का है। वहीं, अब सीबीआई ये जांच करने में जुटी हुई है कहीं इस मामले के तार भी तो बिहार से नहीं जुड़े हैं?
क्या होता है प्रॉक्सी कैंडिडेट
प्रॉक्सी कैंडिडेड का मतलब होता है, किसी अन्य व्यक्ति की जगह पर उसका एग्जाम देना। कई बार हमने देखा है कि कई परीक्षाओं में कैंडिडेट की दूसरा व्यक्ति परीक्षा देने के मामले सामने आए है।