Chinese Warplanes Enter Taiwan: चीन और ताइवान के बीच जारी तनातनी का माहौल हाल ही में और ज्यादा तनावपूर्ण हो गया। जानकारी के मुताबिक गुरुवार और शुक्रवार को चीन की सेना ने ताइवान की सीमा में घुसपैठ करने की कोशिश की थी। ताइवान की सेना ने इसका करारा जवाब दिया है। इस घटनाक्रम पर रक्षा मंत्रालय ने दावा किया है कि पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के 32 विमानों में से 20 युध्दक विमानों ने चीन और ताइवान के बीच जलीय संधि को लांघा।
इसके बाद ताइवान के सुरक्षा बलों ने सीएसपी विमान, नौसेना के जहाजों और तटीय मिसाइलों को सीमा पर तैनात कर दिया है। इसी तरह की एक घटना में, एमएनडी ने सोमवार सुबह 6 बजे से मंगलवार सुबह 6 बजे के बीच ताइवान के आसपास के क्षेत्र में दस चीनी नौसैनिक जहाजों और नौ सैन्य विमानों की ट्रैकिंग की सूचना दी।
बीजिंग का दावा है कि ताइवान चीन का हिस्सा है। यह पीआरसी को चीन की एकमात्र वैध सरकार के रूप में देखता है। चीन अपने वन चाइना नजरिए के तहत ताइवान पर अपना दावा जताता है और ताइवान के साथ अपने एकीकरण की मांग करता है।
एक रिपोर्ट के अनुसार, सितंबर 2020 से चीन ने ताइवान के आसपास सक्रिय सैन्य विमानों और नौसैनिक जहाजों की संख्या बढ़ा दी है। चीन ने अपनी ग्रे जोन रणनीति के तहत ताइवान को चारों ओर से घेर लिया है। इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि चीन, ताइवान को अपना हिस्सा मानता है। चीन के नजरिए के विपरीत, ताइवान खुद को संप्रभु राष्ट्र मानता है। लेकिन चीन के दबाव के कारण अनेकों देशों ने ताइवान को देश के रूप में मान्यता नहीं दी है। सिर्फ 10 से अधिक देशों ने ताइवान को एक अलग देश के रूप में मान्यता दी हुई है।