युगांडा में NAM शिखर सम्मेलन के मौके पर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शनिवार को अपने फिलिस्तीनी समकक्ष रियाद अल-मलिकी से मुलाकात की और गाज़ा में चल रहे संघर्ष पर व्यापक चर्चा की। फिलिस्तीनी नेता के साथ बातचीत में विदेश मंत्री ने दो-राज्य समाधान के लिए भारत के समर्थन को दोहराया और मानवीय और राजनीतिक आयामों पर विचारों का आदान-प्रदान किया।
अल-मलिकी ने आज दोपहर कंपाला में गाज़ा में चल रहे संघर्ष पर विस्तृत और व्यापक चर्चा की। इसके मानवीय और राजनीतिक आयामों पर विचारों का आदान-प्रदान किया। दो-राज्य समाधान के लिए भारत के समर्थन को दोहराया और संपर्क में बने रहने पर सहमति व्यक्त की।
इससे पहले आज विदेश मंत्री जयशंकर ने युगांडा की राजधानी कंपाला में श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे से मुलाकात की। जयशंकर ने शनिवार को अपने आधिकारिक एक्स हैंडल से पोस्ट किया “कम्पाला में एनएएम शिखर सम्मेलन के मौके पर श्रीलंकाई राष्ट्रपति @RW_UNP से मुलाकात करके खुशी हुई। हमारी द्विपक्षीय पहलों की प्रगति के लिए उनके निरंतर मार्गदर्शन की सराहना करते हैं। भारत की प्रतिबद्धता हमारी नेबरहुड फर्स्ट और SAGAR नीति में परिलक्षित होती है।”
युगांडा में चल रहे एनएएम शिखर सम्मेलन में द्विपक्षीय बैठकों और कार्यक्रमों की एक श्रृंखला में जयशंकर ने शुक्रवार को बोलीविया, अजरबैजान, वेनेजुएला, सर्बिया और बहरीन के अपने समकक्षों से मुलाकात की। नेताओं के साथ अपनी बैठकों में जयशंकर ने क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान किया और द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा की।