Waqf Board Bill: केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू ने आज लोकसभा में वक्फ (संशोधन) विधेयक पेश किया। इस विधेयक को पेश करने के बाद विपक्षी सासंदो ने लोकसभा में जमकर हंगामा काटा। केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू ने वक्फ (संशोधन) विधेयक को ज्वाइंट पार्लियामेंट्री कमेटी (JPC) को भेजने का प्रस्ताव रखा। सरकार ने विधेयक की आगे की जांच के लिए एक संयुक्त संसदीय समिति गठित करने को कहा है। इससे पहले वक्फ संशोधन विधेयक पर सदस्यों की चिंता का जवाब देते हुए अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरण रिजिजू ने कहा, संसद सदस्यों को किसी भी धर्म से जोड़ना सही नहीं है। हम यह नहीं कह रहे हैं कि अलग-अलग धर्मों के लोगों को वक्फ बोर्ड का हिस्सा नहीं बनाया जाना चाहिए।
यह विधेयक भेदभावपूर्ण और मनमाना- असदुद्दीन ओवैसी
एआईएमआईएम सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने वक्फ विधेयक को लेकर कहा कि ‘यह विधेयक संविधान के अनुच्छेद 14, 15 और 25 का उल्लंघन करता है। यह विधेयक भेदभावपूर्ण और मनमाना है। यह विधेयक लाकर सरकार देश को बांटने की कोशिश कर रही है। यह विधेयक इस बात का सबूत है कि आप मुस्लिमों के दुश्मन हैं।’
#WATCH | On Waqf (Amendment) Bill, 2024, AIMIM MP Asaduddin Owaisi says, " Before the introduction of the Bill, we had sent a notice to the Speaker – under Rule 72 – that we are against the introduction of this Bill. We believe that this Bill violates the principles of Articles… pic.twitter.com/tZj2AKnaWi
— ANI (@ANI) August 8, 2024
अखिलेश यादव ने भी बोला हमला
सपा सांसद अखिलेश यादव ने कहा कि ‘ये बिल जो पेश किया गया है, वो बहुत सोची समझी राजनीति के तहत हो रहा है। मैंने सुना है कि आपके भी कुछ अधिकारों को वापस लिया जा रहा है और हम आपके लिए भी लड़ेंगे। मैं विधेयक का विरोध करता हूं।’ अखिलेश के बयान पर केंद्रीय गृह मंत्री ने आपत्ति भी जताई और कहा कि आप लोकसभा स्पीकर के अधिकारों के संरक्षक नहीं हैं।