Patanjali ads case:पतंजलि भ्रामक विज्ञापन मामले में सुप्रीम कोर्ट में आज सुनवाई होगी। अब तक इस मामले में बाबा रामदेव और बालकृष्ण तीन बार कोर्ट में पेश हो चुके हैं। इस मामले की सुनवाई जस्टिस हिमा कोहली और जस्टिस अमानतुल्लाह की बेंच कर रही हैं। बाबा रामदेव के वकील मुकुल रोहतगी ने पिछली सुनवाई के दौरान माफी मांगी थी और बाबा रामदेव ने भी माफी मांगी थी।
बाबा रामदेव ने कोर्ट से कहा था कि हमारा इरादा किसी को भी गलत ठहराने का नहीं था। हमने पतंजलि को रिसर्च के तौर पर आगे लाने के लिए प्रयास किए थे। आगे ऐसा कोई काम नहीं करेंगे, जिससे किसी को किसी भी प्रकार की हानि हो।
बाबा रामदेव के जबाव पर कोर्ट ने कहा कि आप इतने मासूम तो लग नहीं रहे हो जो आप पर विश्वास कर लिया जाए। अभी भी ऐसा नहीं लगता है कि आपका ह्रदय परिवर्तन हुआ हो। कोर्ट ने आगे कहा कि हम आपको एक सप्ताह का वक्त देते हैं। इस मामले की अगली सुनवाई 23 अप्रैल को होगी। आप दोनों सुनवाई के दौरान मौजूद रहें।
इससे पहले भी बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण कोर्ट में 2 और 9 अप्रैल को माफी मांग चुके हैं। माफी को लेकर कोर्ट ने बाबा रामदेव से कहा था कि यह कोई माफीनामा नहीं है यह केवल एक खानापूर्ति है। आपके अंदर किसी भी प्रकार का माफी का भाव नहीं दिख रहा है। उसके बाद कोर्ट ने 10 अप्रैल को अगली सुनवाई के लिए तारीख दी। सुनवाई से एक दिन पहले बाबा रामदेव और पतंजलि के मैनेजिंग डायरेक्टर आचार्य बालकृष्ण ने बिना किसी शर्त के माफीनामा दायर किया था। जिसमें लिखा था कि हमें हमारी गलती का खेद है और ऐसा दोबारा बिलकुल नहीं होगा।
योगगुरु बाबा रामदेव को आज भी सुप्रीम कोर्ट से माफी नहीं मिली। भ्रामक विज्ञापन मामले पर पतंजलि आयुर्वेद (Patanjali Ayurveda) के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में मंगलवार को फिर सुनवाई हुई। अब सुप्रीम कोर्ट में अगली सुनवाई 23 अप्रैल को होगी। आज हुई सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने बाबा रामदेव को एक हफ्ते का और वक्त दिया है। सुप्रीम कोर्ट में यह मामला भ्रामक विज्ञापनों और कोरोना के इलाज के दावों के संबंध में पतंजलि आयुर्वेद के खिलाफ अवमानन से जुड़ा हुआ है।