Leader of opposition: हाल ही में लोकसभा चुनाव 2024 के परिणाम आए हैं। इस चुनाव में एनडीए को पूर्ण बहुमत हासिल हुआ है और नरेन्द्र मोदी लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री बने हैं। लेकिन, क्या आप जानते हैं कि लोकसभा में एक ऐसी भी सीट है जो पिछले 10 सालों से खाली है? हम बात कर रहे है नेता प्रतिपक्ष की। इस पद पर आखिरी बार 2014 में दिवंगत नेता सुषमा स्वराज का नाम दर्ज हैं। उन्होंने 2009 से 2014 तक लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष के पद को संभाला था।
पिछले 10 साल से लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष का पद खाली है, क्योंकि 2014 के बाद से किसी भी विपक्षी दल के सांसद इस पद को नहीं जीत पाए हैं।
दरअसल, मावलंकर नियम के तहत नेता प्रतिपक्ष बनने के लिए लोकसभा की कुल संख्या का 10% यानी 54 सांसद होना जरूरी होता है और अब करीब 10 साल बाद कांग्रेस को लोकसभा में अधिकृत रूप से नेता प्रतिपक्ष का पद मिलेगा। इस बार कांग्रेस के पास लोकसभा की कुल संख्या का 18% यानी 99 सांसद हैं। सियासत के गलियारों में यह चर्चा है कि इस बार कांग्रेस नेता राहुल गांधी इस पद को संभाल सकते हैं। आइए जानते हैं कि अगर राहुल गांधी नेता प्रतिपक्ष बने, तो उन्हें कौन-कौन सी सुविधाएं मिलेंगी।
राहुल गांधी को मिलेंगी ये सुविधाएं
राहुल गांधी अगर नेता प्रतिपक्ष बनते हैं, तो उन्हें दिल्ली में बंगला दिया जाएगा। यह बंगला अपर क्लास का फर्निश्ड सरकारी बंगला होगा। नेता प्रतिपक्ष को हर महीने 50000 रुपए वेतन के तौर पर दिए जाते हैं। साथ ही उन्हें समूचे भारत में सरकारी काम से आने-जाने के लिए मुफ्त हवाई और रेल सफर की सुविधा दी जाती है। नेता प्रतिपक्ष को सिक्योरिटी भी मिलेगी।
ED, CBI प्रमुख की नियुक्ति
अगर राहुल गांधी नेता प्रतिपक्ष बनते हैं, तो उनके बिना ED, CBI चीफ की नियुक्ति नहीं की जा सकेगी। नेता प्रतिपक्ष के बिना इलेक्शन कमिश्नर की नियुक्ति भी नहीं की जा सकती हैं।
कांग्रेस चाहती है राहुल बने नेता प्रतिपक्ष
कांग्रेस पार्टी के कई नेता चाहते हैं कि राहुल गांधी लोकसभा में विपक्ष के नेता बनें। कांग्रेस की वर्किंग कमेटी बैठक में भी उन्हें ही नेता प्रतिपक्ष चुना गया है। हालांकि, आखिरी फैसला राहुल गांधी का होगा।
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