Union Sports Minister Mansukh Mandaviya: पेरिस ओलंपिक में भारतीय रेसलर विनेश फोगाट को 50 किग्रा से 100 ग्राम वजन ज्यादा होने के बाद फाइनल मुकाबले के लिए अयोग्य घोषित कर दिया गया। इसी को लेकर भारत के केंद्रीय खेल मंत्री मनसुख मंडाविया का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि भारतीय ओलंपिक संघ ने विनेश को पेरिस ओंलपिक से बाहर करने के बाद यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग के समक्ष कड़ा विरोध दर्ज कराया है।
सरकार ने विनेश को हर सुविधा प्रदान की
उन्होंने कहा, (IOA) भारतीय ओलंपिक संघ ने अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति (IOC) के समक्ष कड़ा विरोध दर्ज कराया है। इस वक्त IOA अध्यक्ष पीटी उषा पेरिस में हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने उनसे बात की है और उनसे इस मामले में अपेक्षित कार्रवाई करने को कहा है। केंद्रीय खेलमंत्री मनसुख मंडाविया ने फोगाट को दी गई वित्तीय सहायता का जिक्र करते हुए कहा, सरकार ने उन्हें निजी स्टाफ सहित हर सुविधा प्रदान की है।
विपक्षी नेताओं ने की गहन जांच की मांग
विपक्षी भारतीय गुट ने उनके बयान पर स्पष्टीकरण मांगा और जब स्पष्टीकरण नहीं दिया गया तो सदन से वाकआउट कर दिया। पेरिस ओलंपिक में विनेश फोगाट को अयोग्य ठहराए जाने से देश में भारी आक्रोश फैल गया है तथा विपक्षी नेताओं ने इस घटना की गहन जांच की मांग की है।
मंडाविया ने कहा, भारतीय पहलवान विनेश फोगट को 100 ग्राम अधिक वजन होने के कारण पेरिस ओलंपिक से अयोग्य घोषित कर दिया गया था। विनेश 50 किलोग्राम वर्ग में खेल रही थीं। यूडब्ल्यूडब्ल्यू के नियमों के अनुसार, सभी श्रेणियों के सभी एथलीटों का वजन हर सुबह मापा जाता है। विनेश का वजन 50 किलोग्राम से 100 ग्राम ज्यादा पाया गया, जिसके बाद उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया गया।