Kupwara Encounter: जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ हुई। इसमें सुरक्षाबलों के हाथ बड़ी सफलता लगी है। सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ में दो आतंकियों को ढेर कर दिया। यह मुठभेड़ कुपवाड़ा के केरन सेक्टर में हुई थी।
बता दें कि इससे पहले डोडा के किश्तगढ़ इलाके में भी सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ शुरू हुई थी। इस मुठभेड़ में सेना के दो जवान घायल हुए थे। घायल जवानों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।
दरअसल, डोडा के उत्तर में जनरल क्षेत्र में विशिष्ट खुफिया जानकारी के आधार पर भारतीय सेना और जेकेपी द्वारा एक संयुक्त अभियान शुरू किया गया था। अभियान के दौरान करीब रात 9 बजे सेना को आतंकवादियों के छुपे होने का पता चला, जिसके बाद आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ शुरू हो गई।
जम्मू-कश्मीर के कठुआ में 8 जुलाई को आतंकियों ने आतंकी हमला किया था, जिसमें पांच जवान शहीद हुए थे। आतंकियों ने शाम के समय सेना के वाहन पर हमला किया था। इस दौरान आतंकियों ने सेना की गाड़ी पर ग्रेनेड भी फेंका था और अंधाधुंध फायरिंग की थी।
इस ऑपरेशन को दिया ‘लागोर’ नाम
सेना की व्हाइट नाइट कोर ने डोडा मुठभेड़ को लेकर बताया कि सेना ने इसे ऑपरेशन लागोर नाम दिया है। विशिष्ट खुफिया सूचनाओं के आधार पर भारतीय सेना और जम्मू कश्मीर पुलिस का संयुक्त अभियान भद्रवाह सेक्टर के गंडोह में शुरू किया गया है। आतंकियों की मौजूदगी का पता चल गया है। दोनों ओर से गोलीबारी जारी है।
6 सुरक्षाकर्मी पहले हुए थे घायल
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि 11 जून को चत्तरगल्ला में एक जॉइंट जांच चौकी पर आतंकवादियों द्वारा किए गए हमले में 6 सुरक्षाकर्मी घायल हो गए थे, जबकि अगले दिन 12 जून को गंडोह क्षेत्र के कोटा टॉप पर आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में एक पुलिसकर्मी घायल हो गया था। डबल अटैक के बाद सुरक्षाबलों ने अपना आतंकवाद विरोधी अभियान तेज कर दिया।