Sahara India Refund: सहारा के निवेशकों के लिए एक राहत की खबर हैं। रोज वैली चिटफंड घोटाले मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) सहारा में लोगों के फंसे पैसों को लौटाने की तैयारी कर रही है। ED जमाकर्ताओं को 12 करोड़ रुपये लौटाने की तैयारी कर रही है। ऐसे में निवेशकों के मन में फंसे पैसे वापस मिलने की उम्मीद जग रही है। बता दें कि सहारा ग्रुप के संकट में जाने से लोगों के करोड़ों रुपये इस बैंक में अटके पड़े हैं। ऐसे में ED का ये कदम लोगों को एक नई उम्मीद दे रहा है।
ये पैसे सरकार सहारा के जमाकर्ताओं को लौटा रही है। सरकार सहारा समूह के जमाकर्ताओं को रिफंड का पैसा सीआरसीएस पोर्टल के जरिए लौटा रही है। केंद्र सरकार ने सीआरसीएस-सहारा रिफंड पोर्टल के माध्यम से सहारा समूह की सहकारी समितियों के 4.29 लाख से अधिक जमाकर्ताओं को लगभग 370 करोड़ रुपये दिए हैं।
लोगों के सहारा में फंसे है इतने पैसे
सहारा में फंसे पैसे को लौटाने के लिए सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया था, जिसके बाद सहारा ग्रुप में निवेश करने वाले जमाकर्ताओं को पैसे के पुनर्भुगतान की सुविधा के लिए सीआरसीएस-सहारा रिफंड पोर्टल 18 जुलाई, 2023 को लॉन्च किया गया था।
साल 2008 से ही सहारा ग्रुप की जांच ईडी समेत देश की कई एजेंसियां कर रही हैं। सहारा ग्रुप ने 26 राज्यों के ढाई करोड़ से ज्यादा छोटे निवेशकों से लगभग 80 हजार करोड़ रुपये विभिन्न बचत योजनाओं के जरिए जमा कराए थे। हाल ही में सीआरसीएस-सहारा रिफंड पोर्टल के जरिए केंद्र सरकार ने सहारा समूह के 4.29 लाख से अधिक निवेशकों को लगभग 370 करोड़ रुपये दिए हैं।
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Sahara India Refund: यूपी में हैं सबसे ज्यादा निवेशक
सहारा ग्रुप में सबसे ज्यादा यूपी के लोगों के पैसे फंसे है। यूपी में 85 लाख लोगों के 22 हजार करोड़ रुपये इस बैंक में फंसे है। बिहार के 55 लाख और झारखंड के 24 लाख निवेशकों के पैसे अटके हैं। बता दें कि सहारा में 2017-18 से निवेशकों को रिटर्न मिलना बंद हो गया है।