Sunita Kejriwal… इस नाम से आप जरूर परिचित होंगे। जी हां, हम बात कर रहे हैं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता की… सुनीता तब चर्चा में आईं, जब उन्होंने जेल से भेजे गए अपने पति का संदेश पढ़ा। इसके बाद उन्होंने दिल्ली के रामलीला मैदान में इंडिया गठबंधन की रैली को भी संबोधित किया। आइए, सुनीता केजरीवाल के बारे में विस्तार से जानते हैं…
कौन है सुनीता केजरीवाल?
सुनीता केजरीवाल का जन्म 11 फरवरी 1966 को दिल्ली में हुआ। उनकी प्रारंभिक शिक्षा दिल्ली में ही हुई। उन्होंने महाराष्ट्र के नागपुर में राष्ट्रीय प्रत्यक्ष कर अकादमी से स्नातक की डिग्री हासिल की। उनके पास जीव विज्ञान में मास्टर डिग्री भी है। उन्होंने दिल्ली से आईटी में मास्टर डिग्री हासिल की। सुनीता ने भारतीय प्रबंधन संस्थान आईआईएम कोलकाता से एमबीए भी किया है।
सुनीता केजरीवाल 1993 बैच की आईआरएस अधिकारी हैं। सुनीता ने जुलाई 2016 में वीआरएस ले लिया था। सुनीता ने आयकर विभाग में लगभग 22 सालों तक काम किया है। उन्हें अभी भी पेंशन मिलती है। सुनीता वीआरएस लेने से पहले दिल्ली में आयकर अपीलीय न्यायाधिकरण में आयकर आयुक्त के रूप में तैनात थीं।
सुनीता केजरीवाल को यात्रा करना बहुत ही पसंद है। साथ ही, संगीत सुनना और योग करना भी उसकी पसंदीदा आदत में आती है। सुनीता के नेटवर्थ की बात करें तो उनके पास नगद एक लाख रूपये और बैंक में जमा पांच लाख 57 हजार रुपये है। इसके अलावा, उनके पास 300 ग्राम सोना है, जिसकी कीमत 33 हजार रुपये है।
सुनीता की अरविंद केजरीवाल से पहले मुलाकात भोपाल के एक ट्रेनिंग प्रोग्राम के दौरान हुई थी। दोनों की मुलाकात एक दिन प्यार में बदल गई और अरविंद केजरीवाल ने सुनीता को ट्रेनिंग के दौरान प्रपोज कर दिया था। उसके कुछ दिन बाद ही अरविंद ने सुनीता से 1995 में शादी कर ली थी।
अरविंद और सुनीता के दो बच्चे हैं- बेटी हर्षिता और बेटा पुलकित। हर्षिता ने साल 2014 में जेईई एडवांस्ड एग्जाम में 3,322वीं रैंक हासिल की। उन्होंने आईआईटी दिल्ली में दाखिला लिया। पुलकित ने साल 2019 में सीबीएसई की 12वीं की बोर्ड परीक्षा में 96.4 फीसदी नंबर हासिल किए थे, फिर उन्होंने भी आईआईटी दिल्ली में दाखिला लिया था।
अरविंद 1995 बैच के आईआरएस अधिकारी रहें है। उन्होंने 2016 में आईटी विभाग से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली। इससे पहले, वह नई दिल्ली में आयकर अपीलीय न्यायाधिकरण (आईटीएटी) में आईटी आयुक्त के रूप में कार्यरत थे। अरविंद केजरीवाल ने साल 2006 में आईआरएस के पद से इस्तीफा दे दिया था। वे भारतीय राजस्व सेवा में बतौर ज्वाइंट कमिश्नर तैनात थे।