प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्र भारत के पहले गृह मंत्री और उप प्रधानमंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित की। पीएम मोदी ने कहा कि सरदार पटेल के दूरदर्शी नेतृत्व और देश की एकता के प्रति अटूट प्रतिबद्धता ने आधुनिक भारत की नींव रखी।
पीएम मोदी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा ”महान सरदार वल्लभभाई पटेल को उनकी पुण्य तिथि पर श्रद्धांजलि। उनके दूरदर्शी नेतृत्व और देश की एकता के प्रति अटूट प्रतिबद्धता ने आधुनिक भारत की नींव रखी। उनका अनुकरणीय कार्य हमें एक मजबूत, अधिक एकजुट देश के निर्माण की दिशा में मार्गदर्शन करता है। हम उनके जीवन से प्रेरणा लेते रहेंगे और समृद्ध भारत के उनके सपने को साकार करने की दिशा में काम करते रहेंगे।”
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने भी सरदार पटेल को श्रद्धांजलि देते हुए कहा, ”भारत रत्न से सम्मानित लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल को उनकी पुण्यतिथि पर हार्दिक श्रद्धांजलि।” एक भारत और राष्ट्र सर्वोपरि की भावना के साथ देश की अखंडता और संप्रभुता को अक्षुण्ण बनाए रखने के उनके अथक प्रयास हर देशवासी के लिए सदैव एक उदाहरण बने रहेंगे।”
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी सरदार वल्लभ भाई पटेल को श्रद्धांजलि दी। खड़गे ने एक्स पर पोस्ट किया- “जब लोग एकजुट हो जाते हैं तो क्रूर से क्रूर शासन भी उनके सामने टिक नहीं पाता” ~’सरदार वल्लभभाई पटेल’। स्वतंत्र भारत को एक संपूर्ण राष्ट्र बनाने वाले भारत के लौह पुरुष, देश के पहले उपप्रधानमंत्री, पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष और हमारे आदर्श सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती पर उन्हें शत्-शत् नमन। सरदार पटेल जी का व्यक्तित्व और विचार आने वाली पीढ़ियों को देश सेवा के लिए सदैव प्रेरित करते रहेंगे।”
उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में सरदार वल्लभभाई पटेल को उनकी पुण्यतिथि पर पुष्पांजलि अर्पित की। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा “हम सरदार वल्लभभाई पटेल को श्रद्धांजलि दे रहे हैं। सरदार वल्लभभाई पटेल को हम सभी एक महान स्वतंत्रता सेनानी के रूप में जानते हैं। आज का भारत सरदार वल्लभभाई पटेल के सपनों से बना है।”
सरदार वल्लभभाई पटेल को भारत के लौह पुरुष के रूप में भी जाना जाता है। उनका जन्म 31 अक्टूबर 1875 को गुजरात के नाडियाड में हुआ था। वल्लभभाई पटेल ने भारत के स्वतंत्रता संग्राम के दौरान महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वह स्वतंत्र भारत के पहले उपप्रधानमंत्री और गृह मंत्री भी थे। 15 दिसंबर 1950 को मुंबई के बिड़ला हाउस में दिल का दौरा पड़ने से पटेल की मृत्यु हो गई। उन्हें 1991 में मरणोपरांत भारत रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।