हावेरी में कथित सामूहिक बलात्कार मामले में राज्य सरकार की ‘चुप्पी’ की विपक्ष की आलोचना के जवाब में कर्नाटक के गृह मंत्री जी परमेश्वर ने मामले की गहन जांच का आश्वासन दिया।
परमेश्वर ने कहा “पुलिस पहले से ही इसे गंभीरता से देख रही है और उसने जिन लोगों पर आरोप लगाया है, उन्हें गिरफ्तार कर लिया है और जांच जारी है। एक बार जांच पूरी हो जाने पर हमें सच्चाई पता चल जाएगी।”
इससे पहले दिन में हंगल पुलिस ने घटना के सिलसिले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया था। वहीं कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता बसवराज बोम्मई ने हंगल पुलिस की जांच पर असंतोष जताया है। उन्होंने कहा “लोगों को हंगल पुलिस पर कोई भरोसा नहीं है, इसलिए मैं मामले की जांच किसी उच्च पुलिस अधिकारी से कराने की मांग करता हूं।”
बोम्मई ने घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और राज्य सरकार की आलोचना करते हुए दावा किया कि कर्नाटक में लोग, खासकर महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं। उन्होंने कहा “यह पूरी तरह से दुर्भाग्यपूर्ण है और लोग वास्तव में इस सरकार से तंग आ चुके हैं और खासकर महिलाएं इस राज्य में सुरक्षित नहीं हैं।”
इससे एक दिन पहले कर्नाटक के हावेरी जिले के हंगल में पुरुषों के एक समूह ने एक लॉज के कमरे में घुसकर कथित तौर पर अलग-अलग धर्मों का पालन करने के बावजूद एक साथ रहने के ‘अपराध’ के लिए एक जोड़े की पिटाई की थी। पुलिस के अनुसार महिला ने बाद में कहा कि वह सामूहिक बलात्कार की शिकार हुई है।
हावेरी के पुलिस अधीक्षक अंशू कुमार ने कहा “पीड़िता को मजिस्ट्रेट के सामने पेश करने के बाद सीआरपीसी की धारा 164 के तहत उसका बयान दर्ज किया गया है।” हावेरी पुलिस के मुताबिक पीड़िता ने अपने बयान में सात लोगों पर आरोप लगाया है, जिनमें से तीन को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। एसपी ने कहा “उसने अपने बयान में सात लोगों पर आरोप लगाया है। उनमें से तीन को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। एक अस्पताल में है, अन्य तीन भाग रहे हैं। हम बाकी आरोपियों को भी गिरफ्तार करेंगे।”