भारतीय वायु सेना ने मानवीय सहायता और आपदा राहत अभियानों के पांचवें दिन तमिलनाडू के थूथुकुडी जिले में 12 अलग-अलग स्थानों पर 11 टन से अधिक राहत सामग्री गिराई। दक्षिणी तमिलनाडु शहर 18 और 19 दिसंबर को भारी बारिश से प्रभावित हुआ था।
दक्षिणी वायु कमान भारतीय वायु सेना ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया “भूस्खलन और बाढ़ से प्रभावित दक्षिण तमिलनाडु में जारी एचएडीआर ऑपरेशन के पांचवें दिन IAF MI-17 V5 और ALH-ध्रुव ने थूथकुडी जिले में 12 अलग-अलग स्थानों पर 11 टन से अधिक राहत सामग्री गिराई। यह कुल मिलाकर 59 टन राहत सामग्री गिराई गई।”
थूथुकुडी जिले में शनिवार को थमीराबारानी नदी के जलग्रहण क्षेत्रों में बारिश के कारण श्रीवैकुंटम बांध लबालब हो गया। इस बीच तमिलनाडु के मुख्य सचिव शिव दास मीना ने थूथुकुडी जिले के एंटोनियापुरम क्षेत्र में बारिश और बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया। दक्षिणी तमिलनाडु के क्षेत्रों में भारी बारिश जारी रहने, बाढ़ जैसी स्थिति पैदा होने और जनजीवन अस्त-व्यस्त होने के बाद गुरुवार को थूथुकुडी जिले के सभी स्कूलों और कॉलेजों में छुट्टी की घोषणा की गई।
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने कहा कि राज्य सरकार ने स्थिति के मद्देनजर लोगों के कल्याण के लिए हर संभव सावधानी और उपाय किए हैं। सीएम स्टालिन ने कहा “चेन्नई और आसपास के जिलों में भारी बारिश हुई। इतिहास में हमने थूथुकुडी जिले में इतनी बारिश कभी नहीं देखी है। बचाव कार्यों के लिए NDRF और SDRF को तैनात किया गया है। उन्होंने आगे कहा कि 12,653 लोगों को बचाया गया है और वे 14 राहत शिविरों में रह रहे हैं। उन्होंने कहा ”मैंने जिला कलेक्टरों और अधिकारियों को राहत शिविरों में रहने वाले लोगों को तुरंत भोजन और अन्य आवश्यक सामान उपलब्ध कराने की सलाह दी है।”
सीएम ने आगे कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से राज्य के दक्षिणी जिलों के लिए अतिरिक्त धन का अनुरोध किया है। इससे पहले भारतीय नौसेना के जवानों ने 19 दिसंबर को थूथुकुडी के श्रीवैकुंडम रेलवे स्टेशन पर भोजन और अन्य राहत सामग्री वितरित की थी।
पिछले दिनों थूथुकुडी, तिरुनेलवेली, तेनकासी और कन्याकुमारी में भारी बारिश ने कहर बरपाया था। राज्य सरकार और केंद्र ने संयुक्त रूप से प्रभावित लोगों की मदद के लिए बड़े पैमाने पर बचाव और राहत अभियान चलाया है।