International Day Of Action For Women’s Health: हर साल 28 मई को महिला स्वास्थ्य के लिए अंतर्राष्ट्रीय कार्रवाई दिवस (International Day Of Action For Women’s Health) मनाया जाता है। आज की महिलाएं घर ही नहीं दफ्तर के काम को भी बखूबी संभाल रही हैं लेकिन कई बार घर और ऑफिस की जिम्मेदारियों को निभाने में वो सेहत को इग्नोर कर देती हैं और यहीं से शुरू होती है सारी प्रॉबलम्स। इस दिन का उद्देश्य महिलाओं के स्वास्थ्य के विभिन्न पहलुओं को उजागर करना है, जिसमें हार्मोन की महत्वपूर्ण भूमिका को समझने और प्रबंधित करने पर विशेष जोर दिया जाता है। आजकल, लैटिन अमेरिकी और कैरिबियन महिला स्वास्थ्य नेटवर्क (LACWHN) और प्रजनन अधिकारों के लिए महिलाओं का वैश्विक नेटवर्क (WGNRR) दो संगठन हैं जो महिलाओं के स्वास्थ्य के महत्व को जानने के लिए मिलकर काम करते हैं।
इतिहास
साल 1987 में, कोस्टा रिका में Women’s Global Network for Reproductive Rights- WGNRR के सदस्यों के रीयूनियन के समय, 28 मई को महिला स्वास्थ्य के लिए अंतर्राष्ट्रीय कार्रवाई दिवस के रूप में सेलिब्रेट करने का ऐलान कर दिया गया था। तभी से, हर साल 28 मई को इसे विश्व स्तर पर इस दिवस को मनाया जाने लगा और महिलाओं को जागरूक करने के उद्देश्य से दुनियाभर में कई तरह के कार्यक्रम भी आयोजित किए जाने लगे थे। साल 1999 में, इसे आधिकारिक तौर पर दक्षिण अफ्रीका की सरकार द्वारा मान्यता भी दे दी गई थी।
उद्देश्य
इस दिन को मनाने का प्रमुख उद्देश्य महिलाओं में यौन व प्रजनन स्वास्थ्य और अधिकार के बारे में जागरूकता प्रदान करना है। हेल्दी लाइफस्टाइल, खानपान और नियमित व्यायाम से कई तरह की बीमारियों से खुद को महफूज रखा जा सकता है।
2024 की थीम
हर साल International Day Of Action For Women’s Health के लिए एक विशेष थीम चुनी जाती है। 2024 की थीम – “Mobilizing in Critical Times of Threats and Opportunities (खतरों और अवसरों के कठिन समय में जुटना) हैं, जो महिलाओं को खतरों और अवसरों के कठिन समय के दौरान एक जुट रहने के लिए प्रोत्साहित करती है।
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स्वास्थ्य को लेकर जागरूकता जरूरी
सिर्फ अपने अधिकारों के लिए ही नहीं बल्कि अपने स्वास्थ्य को लेकर भी महिलाओं को जागरूक होना जरूरी है। हर उम्र में स्वास्थ्य को बरकरार रखने के लिए बहुत जरूरी है कि महिलाएं नियमित तौर पर अपनी शारीरिक जांच कराएं। सामान्य रक्त शुगर की जांच के अतिरिक्त स्तन संबंधी रोगों से जुड़ी जांच, पेलविक की जांच, आंखों, कोलेस्ट्रोल, रक्तचाप की जांच महिलाओं को नियमित तौर पर करवानी चाहिए। इसके साथ ही जरूरी है कि वे अपने शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता बनाए रखने के लिए ना सिर्फ पौष्टिक भोजन अपनाएं, बल्कि नियमित तौर पर व्यायाम, योग तथा मेडिटेशन की भी सहायता लें। ऐसा करने से ना सिर्फ उनका शारीरिक स्वास्थ्य बना रहेगा बल्कि मानसिक रूप से भी वे पूर्ण स्वस्थ महसूस करेंगी।