लोकसभा चुनाव की सरगर्मी अब पार्टी और नेताओं के सिर चढ़कर बोल रही है। नेता अब अपनी अपनी जीत सुनिश्चित करने में लगे हैं। जिसके लिए फेर बदल की कवायत शुरु हो चुकी है। लोकसभा चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी को बड़ा झटका लगा है। हरियाणा में ‘आप’ नेता अशोक तंवर ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। तंवर शनिवार को बीजेपी में शामिल होंगे। वे बीजेपी हेडक्वार्टर में भगवा दल का दामन थामेंगे।अशोक तंवर कांग्रेस में भी रह चुके हैं और 2019 के चुनाव से पहले उन्होंने पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। वह हरियाणा कांग्रेस के अध्यक्ष थे। इसके बाद उन्होंने नवंबर 2021 में तृणमूल कांग्रेस ज्वाइन की थी और फिर अप्रैल 2022 में आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए थे।
आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को अशोक तंवर नेपत्र लिखा है। उसमें उन्होंने कहा है कि वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य और कांग्रेस के साथ आम आदमी पार्टी के गठबंधन को देखते हुए मेरी नैतिकता मुझे इलेक्शन कैंपेन कमेटी का अध्यक्ष बने रहने की अनुमति नहीं देती है। इसलिए, कृपया आम आदमी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता और अन्य सभी जिम्मेदारियों सेमेरा इस्तीफा स्वीकार करें।
उन्होंने आगे लिखा कि इस देश के एक जिम्मेदार नागरिक के रूप मेंऔर अपनेछात्र जीवन सेसक्रिय राजनीति मेंरहनेके कारण, हमेशा संविधान, देश और लोगों को सबसे पहले माना है। उन्होंने कहा, “मैं हरियाणा, हमारे प्यारे देश भारत और उसके लोगों की बेहतरी के लिए काम करना जारी रखूंगा।” बता दें कि आम आदमी पार्टी और कांग्रेस बीजेपी को हराने के लिए बने इंडिया अलायंस का हिस्सा हैं। वहीं, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने चंडीगढ़ मेयर का चुनाव मिलकर भी लड़नेका फैसला किया था। आप मेयर सीट के लिए चुनाव लड़ रही थी, जबकि कांग्रेस सीनियर डिप्टी मेयर के लिए चुनाव लड़ रही थी।
साल 2009 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार रहे अशोक तंवर नेआईएनएलडी कैंडिडेट सीता राम को 35 हजार से ज्यादा वोटों से सिरसा सीट से हराया था। अगले 2014 के आम चुनावों मेंआईएनएलडी कैंडिडेट चरणजीत सिंह रोरी को तंवर के खिलाफ एक लाख से ज्यादा वोटों से जीत मिली थी। इसके बाद, पिछले 2019 लोकसभा चुनाव मेंबीजेपी उम्मीदवार सुनीता दुग्गल ने सिरसा सीट सेअशोक तंवर को तीन लाख से ज्यादा वोटों से हरा दिया था।