देश ने 26 जनवरी 2024 को अपना 75वां गणतंत्र दिवस मनाया है। हर बार की तरह इस बार भी कई मंत्रालयों की झांकियों ने सबको आकर्षित किया। लेकिन संस्कृति मंत्रालय की झांकी को पहला पुरस्कार दिया गया। दरअसल, संस्कृति मंत्रालय की ‘भारत : लोकतंत्र की जननी’ थीम वाली झांकी को 75वें गणतंत्र दिवस की परेड में शामिल झांकियों में प्रथम पुरस्कार मिला है।
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र ने घोषणा की कि संस्कृति मंत्रालय की उसकी झांकी ने गणतंत्र दिवस उत्सव परेड 2024 पर प्रथम पुरस्कार हासिल किया है। संस्कृति मंत्रालय के अनुसार “परंपरा और नवीनता का एक आश्चर्यजनक मिश्रण, झांकी ने भारत की सांस्कृतिक विरासत के समृद्ध प्रदर्शन के साथ-साथ एनामॉर्फिक तकनीक के अपने उत्कृष्ट उपयोग से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया- -अक्सर लोकतंत्र की जननी के रूप में स्वागत किया जाता है।”
संस्कृति मंत्रालय ने कहा है कि हमारी प्रस्तुति में कुशलतापूर्वक नियोजित एनामॉर्फिक तकनीक ने एक समकालीन स्पर्श जोड़ा, जो हमारी संस्कृति की गतिशीलता को दर्शाता है। इस आधुनिक मोड़ ने पारंपरिक तत्वों को सहजता से पूरक किया, जिससे एक ऐसी झांकी तैयार हुई जो अपनी कलात्मक सुंदरता और सांस्कृतिक गूंज के लिए सामने आई।
संस्कृति मंत्रालय इस उपलब्धि पर बहुत गर्व महसूस करता है, जो भारत की विविध टेपेस्ट्री को संरक्षित करने और मनाने के लिए हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। संस्कृति मंत्रालय ने कहा यह जीत सिर्फ हमारी रचनात्मकता की पहचान नहीं है बल्कि भारत की सांस्कृतिक विरासत की समृद्धि का प्रमाण है। हम समुदाय को हमारी खुशी में शामिल होने और इस महत्वपूर्ण अवसर का जश्न मनाने के लिए आमंत्रित करते हैं। झांकी की सफलता हमारी समर्पित टीम के सामूहिक प्रयास और भारत की सांस्कृतिक विरासत को एक अभिनव और आकर्षक तरीके से प्रस्तुत करने की हमारी प्रतिबद्धता का प्रमाण है।
इससे पहले सोमवार को ऐतिहासिक विजय चौक पर 75वें गणतंत्र दिवस समारोह के समापन को चिह्नित करते हुए ‘बीटिंग रिट्रीटिंग’ समारोह के दौरान भारतीय धुनों की गूंज देखी गई।