Andaman and Nicobar: केंद्र सरकार ने अंडमान और निकोबार द्वीप समूह को लेकरप एक बड़ा फैसला लिया है। यहां की राजधानी पोर्ट ब्लेयर का नाम बदलकर ‘श्री विजया पुरम’ कर दिया है। ताकि “देश को औपनिवेशिक छापों से मुक्त किया जा सके”। इस शहर का नाम ईस्ट इंडिया कंपनी के ब्रिटिश औपनिवेशिक नौसेना अधिकारी कैप्टन आर्चीबाल्ड ब्लेयर के नाम रखा गया था, जिसे आज बदल दिया गया है।
गृह मंत्री अमित शाह ने एक्स पर एक पोस्ट में निर्णय की घोषणा की और कहा, “जबकि पहले का नाम औपनिवेशिक विरासत वाला था, विजयापुरम हमारे स्वतंत्रता संग्राम में प्राप्त जीत और उसी में अंडमान और निकोबार द्वीप समूह की अद्वितीय भूमिका का प्रतीक है।”
गृह मंत्री शाह ने कहा, “अंडमान और निकोबार द्वीप समूह का हमारे स्वतंत्रता संग्राम का अद्वितीय स्थान है। यह द्वीप क्षेत्र, जो कभी चोल साम्राज्य का नौसैनिक अड्डा था, आज हमारी रणनीतिक और विकास आकांक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण आधार बनने की ओर है।”
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गृह मंत्री ने कहा, “यह वह स्थान है जहां नेताजी सुभाष चंद्र बोस जी ने पहली बार तिरंगा फहराया था और यह वह सेलुलर जेल भी है जहां वीर सावरकर जी और अन्य स्वतंत्रता सेनानियों ने स्वतंत्र राष्ट्र के लिए संघर्ष किया था।”
इससे पहले जुलाई में, राष्ट्रपति भवन के प्रतिष्ठित ‘दरबार हॉल’ और ‘अशोक हॉल’ का नाम बदलकर क्रमशः ‘गणतंत्र मंडप’ और ‘अशोक मंडप’ कर दिया गया था।
राष्ट्रपति सचिवालय ने कहा, “राष्ट्रपति भवन के माहौल को भारतीय सांस्कृतिक मूल्यों और लोकाचार का प्रतिबिम्ब बनाने का निरंतर प्रयास किया गया है।”