बेंगलुरु शहर में सभी साइनबोर्डों में 60 प्रतिशत कन्नड़ लागू करने की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन बुधवार को शहर के कई हिस्सों में तोड़फोड़ में बदल गया। सदाहल्ली टोल गेट से शहर की ओर कर्नाटक रक्षणा वेदिके (केआरवी) के जुलूस के दौरान कई बोर्डों को क्षतिग्रस्त कर दिया गया।
शहर के विभिन्न हिस्सों में भी एक साथ विरोध प्रदर्शन हुए जहां प्रदर्शनकारियों ने उन बोर्डों को हटा दिया जिन पर कन्नड़ नहीं थी। पुलिस ने केआरवी अध्यक्ष टीए नारायण गौड़ा समेत कई प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया है।
कन्नड़ समर्थक संगठन ने बृहत बेंगलुरु महानगर पालिका (बीबीएमपी) के आदेश को लागू करने के लिए बेंगलुरु में सभी प्रतिष्ठानों के लिए 27 दिसंबर की समय सीमा तय की थी। जिसके तहत शहर भर में साइनेज में 60 प्रतिशत कन्नड़ को अनिवार्य करने के बाद जुलूस निकाला गया था। यह आदेश बीबीएमपी आउटडोर साइनेज और सार्वजनिक संदेश उपनियम 2018 पर आधारित है।
कन्नड़ समूहों के दबाव के बाद बीबीएमपी ने सभी प्रतिष्ठानों के लिए मानदंडों का पालन करने की समय सीमा 28 फरवरी निर्धारित की।
नारायण गौड़ा ने कहा कि पुलिस कन्नड़ समर्थक संगठनों द्वारा किए जा रहे विरोध प्रदर्शन को विफल कर रही है। उन्होंने कहा “मैंने कल रात मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री से बात की। उन्होंने हमें आश्वासन दिया कि विरोध प्रदर्शन की अनुमति दी जाएगी। अगर वे हमें गिरफ्तार करते हैं या आंदोलन रोकते हैं, तो बेंगलुरु में किसी भी अप्रत्याशित घटना के लिए पुलिस जिम्मेदार होगी।”
प्रदर्शनकारियों ने बहु-शहर होटल श्रृंखला ब्लूम के साइनबोर्ड को तोड़ दिया जिसमें कन्नड़ नहीं थी। उन्हें कन्नड़ समर्थक नारे लगाते हुए होटल परिसर में प्रवेश करते भी देखा गया। चिक्कजाला की ओर मार्च करते हुए कन्नड़ समर्थक कार्यकर्ताओं ने कई साइनबोर्डों को विरूपित किया और हटा दिया। प्रदर्शनकारियों द्वारा कुछ बोर्डों पर स्प्रे पेंटिंग करने के वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर साझा किए गए। उन्हें एयरपोर्ट रोड पर लगे बड़े फ्लेक्स भी फाड़ते देखा गया।
कन्नड़ साइनेज कन्नड़ समर्थक संगठनों की लंबे समय से चली आ रही मांग है और यह पिछले हफ्ते और तेज हो गई क्योंकि कन्नड़ संगठनों ने शहर के चिकपेट में एक जुलूस निकाला।