अपनी मांगो को लेकर सड़कों पर उतरे हजारों किसानों का आंदोलन जारी है। प्रर्दशन कर रहे किसानों और पुलिस के बीच हुए टकराव के कारण खनौरी बॉर्डर पर दो किसानों की मौत हो गई है। अमर उजाला की खबर के मुताबिक, जींद के दातासिंह वाले बॉर्डर पर पुलिस और किसानों के बीच मुठभेड़ हुई जिसमें गोली लगने के कारण दो किसानों की मौके पर ही मौत हो गई। इतना ही नहीं 20 से ज्यादा किसान घायल हो गए हैं। वहीं कई किसानों को पुलिस ने गिरफ्तार भी कर लिया है। पुलिस गिरफ्तार किए किसानों को हरियाणा की तरफ ले गई है।
जानकारी के मुताबिक किसान खेतों के रास्ते के जरिए बॉर्डर को पार करने की तैयारी में थे, जिसके कारण पुलिस ने किसानों पर लाठीचार्ज किया। गोली लगने के कारण जिस किसान की मौत हुई है,वह खनौरी बॉर्डर का बताया जा रहा है। आदोंलनकारी किसानों पर पुलिस लगातार आंसू गैस के गोले दाग रही है। जहां किसान नेताओं के बीच बातचीत चल रही है वहीं दूसरी तरफ किसान भी बॉर्डर पर लगे सीमेंट के बैरिकेडिंग को जेबीसी के माध्यम से हटाने का प्रयास कर रहे हैं।
जींद के दातासिंह वाला बॉर्डर पर दोपहर के करीब एक बजे किसानों और पुलिस के बीच शुरू हुए टकराव के कारण हालात को काबू कर पाना मुश्किल हो गया। जब पंजाब की तरफ से किसान बॉर्डर पर बढ़ने लगे तो पुलिस ने किसानों को रोकने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े। इतना ही नहीं उग्र किसानों पर वाटर कैनन से पानी की बौछार शुरू कर दी। इसमें लगभग 12 किसान बुरी तरह से घायल हो गए जिसके बाद घायल किसानों को एंबुलेंस से अस्पताल भिजवाया गया। किसानों के प्रर्दशन के मद्देनजर खनौरी बॉर्डर पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है। वहीं किसान भी 1200 से ट्रेक्टरों के अलावा जेसीबी व पोकलेन मशीनों के साथ बॉर्डर पर जुटे हैं। किसान किसी भी हाल में पीछे हटने को तैयार नहीं हैं।